ग्वालियर, अतुल सक्सेना। सिंधिया के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार गिराने वाले 22 पूर्व विधायकों के खिलाफ अब बेरोजगार युवाओं का गुस्सा सड़क पर फूटने लगा है। बुंदेलखंड के अलग अलग जिलों से ग्वालियर पहुंचे युवाओं ने सिंधिया सहित 22 पूर्व विधायकों के पुतले बनाकर उन्हें सड़क पर घसीटा। प्रदर्शन की जानकारी लगते ही पुलिस ने युवाओं के साथ बल प्रयोग कर गिरफ्तार कर लिया और पुतलों को जब्त कर लिया।
गुरुवार को बुंदेलखंड के निवाड़ी, छतरपुर, टीकमगढ़,पन्ना, सागर, दमोह सहित अन्य जिलों से अचानक आये बेरोजगार युवा फूलबाग मैदान में इकट्ठा हुए और उन्होंने अर्धनग्न होकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे बेरोजगार युवा सुनील सिंह राजपूत का कहना था कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ 22 तत्कालीन विधायकों ने जिसमें तत्कालीन कांग्रेस सरकार के 6 मंत्री भी थे, कांग्रेस की सरकार गिराकर लोकतंत्र की हत्या की है। इसलिए हम नहीं चाहते कि 18 लाख मतदाता के वोट का अपमान करने वाले ये नेता फिर से चुनाव जीतें इसलिए भाजपा में आये सभी 25 पूर्व विधायकों को हराने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। युवाओं ने सिंधिया सहित सभी 22 पूर्व विधायकों के पुतलों को काले कपड़े पहनाए और आपस में बांधकर सड़क पर घसीटा। इन पुतलों में वर्तमान सरकार के मंत्रियों के पुतले भी शामिल थे। अर्धनग्न होकर चल रहे युवा फूलबाग चौराहे से रेलवे स्टेशन होते हुए गोले का मंदिर चौराहे की तरफ जा रहे थे। ये ग्वालियर चंबल संभाग सहित उन सभी सीटों पर प्रदर्शन की रण नीति बनाकर आये थे जहाँ के पूर्व विधायक कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए हैं। बिना किसी अनुमति और पूर्व सूचना के प्रदर्शन की जानकारी और पड़ाव पुल पर यातायात बाधित होने की सूचना मिलते ही एडिशनल एसपी सतेंद्र सिंह तोमर, पड़ाव थाने के टी आई और उनके फोर्स को लेकर प्रदर्शन रोकने पहुँच गए उन्होंने युवाओं से प्रदर्शन रोकने के लिए कहा तो वे नारेबाजी करने लगे जिसके बाद वहाँ मौजूद पुलिस फोर्स ने युवाओं के साथ बल प्रयोग करते हुए उन्हें हिरासत में ले लिया और पुतलों को एक टेंपो में भरकर थाने भिजवा दिया।