हाई कोर्ट में MP Police को फटकार, जिस MDMA ड्रग को जब्त किया वो निकला यूरिया, DGP को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने के निर्देश

Atul Saxena
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MP Police reprimanded in the High Court : हाई कोर्ट में आज मध्य प्रदेश पुलिस (MP Police) की एक जमानत याचिका की सुनवाई के दौरान बड़ी किरकिरी हुई है, ड्रग जब्ती से जुड़े एक मामले की सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट  के सामने जब FSL रिपोर्ट आई तो जो MDMA ड्रग पुलिस ने पकड़ना दिखाया था वो यूरिया निकला। रिपोर्ट सामने आने के बाद हाई कोर्ट ने ग्वालियर पुलिस को कड़ी फटकार लगाई, साथ ही मप्र के डीजीपी को आरोपी को 10 लाख रुपये बतौर जुर्माना दने के निर्देश दिए और इस मामले में शामिल पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए है।

जेल में बंद आरोपी ने हाईकोर्ट में लगाई जमानत याचिका 

आपको बता दें कि 6 सितंबर 2022 को ग्वालियर की क्राइम ब्रांच और थाना मुरार पुलिस ने 760 ग्राम ड्रग्स के साथ 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया था इसमें आरोपी बनाये गए मोहित तिवारी भी अन्य आरोपियों के साथ तब से ग्वालियर की सेंट्रल जेल में बंद है, आरोपी मोहित तिवारी ने हाई कोर्ट की ग्वालियर बेंच में जमानत याचिका पेश की।

फोरेंसिक रिपोर्ट में MDMA ड्रग निकला यूरिया 

याचिकाकर्ता मोहित तिवारी के वकील सुनील गोस्वामी ने बताया कोर्ट ने आरोपी की जमानत याचिका की सुनवाई करते हुए सबसे पहले पुलिस द्वारा जब्त किये गए MDMA ड्रग की फोरेंसिक रिपोर्ट तलब की।  जब रिपोर्ट हाई कोर्ट के सामने आई तो कोर्ट आश्चर्य में पड़ गया क्योंकि जिस ड्रग को पुलिस ने जब्त  कर MDMA बताया था वो FSL रिपोर्ट में यूरिया निकला।

पुलिस को मिली फटकार, DGP को 10 लाख का मुआवजा देने के निर्देश  

FSL रिपोर्ट सामने आने के बाद हाई कोर्ट ने ग्वालियर पुलिस (Gwalior Police) को जमकर फटकार लगाई और ड्रग रखने के आरोप में गिरफ्तार किये गए आरोपी आवेदक मोहित तिवारी की जमानत स्वीकार करते हुए प्रदेश के DGP (DGP MP Police) को उसे 10 लाख का मुआवजा देने का आदेश दिया, हाईकोर्ट ने आदेश दिया कि जिन पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों ने यह कार्रवाई की थी उन पर एक्शन लेकर उनकी  जांच कर रिपोर्ट 2 महीने में कम्लाइन्स रिपोर्ट हाईकोर्ट में पेश करें।

ये था पूरा मामला 

गौरतलब है कि  6 सितंबर 2022 को ग्वालियर की मुरार थाना पुलिस और क्राइम ब्रांच थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने एक कार्यवाही करते हुए एमडीएमए ड्रग की बड़ी खेप पकड़ी थी। पुलिस ने ड्रग की खेप महाराष्ट्र और गोवा के सीमावर्ती इलाके से झांसी के एक बिचौलिए द्वारा लाना बताया था। साथ ही इसे सप्लाई करने वाले में दतिया के 5 तस्करों की अहम भूमिका बताई थी। पुलिस द्वारा पकड़े गए 7 आरोपियों में एक महिला भी शामिल थी। इनके पास से 760 ग्राम एमडीएमए ड्रग्स सहित दो देशी तमंचे और सात जिंदा कारतूस बरामद किए गए थे। पुलिस ने जो कहानी बताई थी उसके मुताबिक पकड़े गए आरोपी ड्रग को अमूमन युवाओं की पार्टी में सप्लाई करते थे, जिसे कॉलेज के लड़के लड़कियां बड़ी संख्या में कंज्यूम करते हैं।

 

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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