ग्वालियर, अतुल सक्सेना। कृषि विश्व विद्यालय ग्वालियर(Gwalior News) के दीक्षांत समारोह में पहुंचे कृषि मंत्री कमल पटेल ने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि इस देश में अराजकता, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, गरीबी के लिए कांग्रेस दोषी है, उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने कर्मों से ख़त्म हुई है उसके नेताओं को पार्टी पर भरोसा नहीं है, आम की तरह टपक रहे हैं, पार्टी छोड़कर भाजपा में आ रहे हैं, हमने अब रोक लगा दी है।
राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्व विद्यालय (Rajmata Vijayaraje Scindia Agricultural University) के दीक्षांत समारोह (Agriculture University Convocation) में शामिल होने आये मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने केंद्र सरकार द्वारा वापस लिए गए कृषि कानूनों की एक बार फिर तारीफ की। मीडिया से बात करते हुए कमल पटेल ने कहा कि तीनों कृषि कानून किसानों की आय बढ़ाने के लिए थे। लेकिन ये हमारे देश का दुर्भाग्य है कि कोई भी अच्छा काम होता है तो उसका विरोध होने लगता है।
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कृषि कानून वापसी के फैसले को कांग्रेस द्वारा मुद्दा बनाये जाने के सवाल पर कमल पटेल ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस अब ख़त्म हो चुकी है जो कहती है वो करती नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को ही कांग्रेस में विश्वास नहीं है, आम की तरह टपक रहे हैं, कांग्रेस के नेता पार्टी छोड़कर भाजपा में आ रहे हैं अब हमने रोक लगा दी है ।
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कांग्रेस पर भड़कते हुए कैबिनेट मंत्री कमल पटेल ने कहा कि कांग्रेस अपने कर्मों के कारण ख़त्म हुई है। इस देश में भ्रष्टाचार की जननी कांग्रेस है, बेरोजगारी, गरीबी, अराजकता सबके लिए कांग्रेस दोषी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता परिवर्तन के साथ व्यवस्था परिवर्तन किया है अब देश बदल रहा है आगे बढ़ रहा है।
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गौरतलब है कि राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्व विद्यालय ग्वालियर में आज शनिवार को दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। कृषि महाविद्यालय के सभागार में राज्यपाल एवं कुलाधिपति मंगुभाई पटेल की अध्यक्षता में आयोजित हुए दीक्षांत समारोह में प्रदेश के किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल और उद्यानिकी व खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाह बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद थे। समारोह में एक मई 2019 से 30 अप्रैल 2021 के बीच पढ़ाई पूरी करने वाले विद्यार्थियों को दीक्षांत समारोह में उपाधियां प्रदान की गईं। कृषि संकाय के 8 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए। साथ ही स्नातक के 600, स्नातकोत्तर के 374 एवं पीएचडी के 33 विद्यार्थियों सहित कुल 1007 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गईं। इसके अलाव आधा दर्जन विद्यार्थियों को सिरताज बहादुर सिन्हा स्मृति नगद पुरस्कार भी दिए गए। अतिथियों ने कृषि विश्वविद्यालय की स्मारिका का भी विमोचन किया।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारे कृषि विश्वविद्यालय कृषि विकास और परिवर्तन के केन्द्र बिंदु हैं। विश्वविद्यालयों को वैश्विक बाजार की मांग के अनुसार राज्य में कृषि उत्पादन बढ़ाने के उपाय बताना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि किसानों की आय को दोगुना करने के प्रयासों को कृषि विश्वविद्यालय व्यवहारिक रूप प्रदान करें। विश्वविद्यालय गांवों में पायलट प्रोजेक्ट को मूर्त रूप देकर किसानों को उन्नत कृषि के लिये प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कृषि मानव सभ्यता के उद्भव और विकास का आधार है। इसलिए यह जरूरी है कि कृषि के क्षेत्र में अध्ययन और अनुसंधान परिवर्तनशील चुनौतियों के अनुरूप हों।