Lokayukta Action : मध्य प्रदेश की डॉ मोहन यादव सरकार के भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस के निर्देश के बाद से ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस की टीम बहुत एक्टिव है, लगातार रिश्वतखोर शासकीय सेवकों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, पिछले शुक्रवार को ग्वालियर लोकायुक्त टीम ने मुरैना में एक पटवारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था और एक आज ग्वालियर के चीनौर में एक पटवारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस एसपी रामेश्वर यादव से मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम हिम्मतगढ़ तहसील चीनौर, जिला ग्वालियर निवासी गजेन्द्र कुशवाह ने लोकायुक्त कार्यालय ग्वालियर में एक शिकायती आवेदन दिया था जिसमें हल्का अप्त्वारी पर रिश्वत मांगे जाने के आरोप लगाये गये थे
कृषि भूमि के बंटवारा/बटांकन करवाने के बदले मांगी थी 30,000 रुपये की रिश्वत
शिकायतकर्ता ने आवेदन में बताया कि हल्का पटवारी आंतरी जाहर सिंह धाकड़ जिसपर हिम्मतगढ़ का अतिरिक्त प्रभार है वो हमारी कृषि भूमि के बंटवारा/बटांकन करवाने के बदले 30,000 रुपये की रिश्वत की मांग कर रहा है। शिकायती आवेदन की जाँच के लिए लोकायुक्त पुलिस ने आवेदक को एक रिकॉर्डर दिया और रिश्वत मांगे जाने का सुबूत मिलने के बाद ट्रेप प्लान किया।
पंचायत भवन पर जैसे ही पटवारी ने रिश्वत ली, लोकायुक्त टीम ने दबोच लिया
पटवारी जाहर सिंह धाकड़ ने आवेदक गजेन्द्र कुशवाह को रिश्वत की पहली क़िस्त 10,000 रुपये लेकर आज मिलने बुलाया, लोकायुक्त ग्वालियर की टीम पटवारी द्वारा बताये समय पर आवेदक को लेकर पंचायत भवन हिम्मतगढ़ पहुंच गए और जैसे ही आवेदक ने रिश्वत की राशि पटवारी को दी छिपी बैठी लोकायुक्त पुलिस की टीम ने उसे दबोच लिया, टीम ने उसके हाथ धुलवाए तो पानी गुलाबी हो गया, लोकायुक्त की टीम पटवारी को लेकर चिनौर थाने पहुंची और उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया।
शुक्रवार को मुरैना के जौरा में पटवारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा था
आपको बता दें कि बीते शुक्रवार को ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने मुरैना जिले की जौरा तहसील में पटवारी सुजान सिंह को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था, पटवारी सुजान सिंह कृषि भूमि के फोत्ती नामांतरण एवं इंद्राज दुरुस्ती करवाने के एवज में 20,000 रुपये रिश्वत की मांग रहा , लोकायुक्त टीम ने 10 हजार रुपये की पहली क़िस्त लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया था।
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट