MP first Vande Bharat train : MP से शुरू होने वाली स्वदेशी तकनीक से बनी सेमी हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन के स्टॉपेज में संशोधन किया गया है, अच्छी बात ये है कि ग्वालियर जैसे महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन पर इसका स्टोपेज बढ़ाने की मांग को रेलवे ने स्वीकार कर लिया है, पश्चिम मध्य रेलवे (WCR) ने इसका नया शेड्यूल जारी किया है अब सिर्फ रेलवे बोर्ड द्वारा इसकी स्वीकृति आना और अधिसूचना जारी होना बाकी है , खास बात ये है कि ग्वालियर के साथ साथ अब ये ट्रेन झाँसी भी रुकेगी।
1 अप्रैल को पीएम मोदी दिखा सकते हैं ट्रेन को हरी झंडी
मध्य प्रदेश की पहली वंदे भारत ट्रेन के शुरू होने की तैयारियां अंतिम चरणों में हैं, उम्मीद की जा रही है कि 1 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भोपाल दौरे के दौरान इस ट्रेन को रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखा सकते हैं, इस बीच रेलवे के अधिकारियों ने रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन तक इस सेमी हाई स्पीड ट्रेन के लिए तकनीकी पहलुओं की जाँच भी की है, बताया जा रहा है कि वन्दे भारत ट्रेन 135 किलोमीटर प्रति घंटे के हिसाब से दौड़ेगी।
ग्वालियर में स्टॉपेज की उठी थी मांग
आपको बता दें कि पहले जो शेड्यूल पश्चिम रेलवे द्वारा वंदे भारत ट्रेन के लिए जारी किया गया था और जिसे रेलवे बोर्ड ने मंजूरी दे दी थी उसमें रानी कमलापति स्टेशन से नई दिल्ली के बीच इसका केवल एक स्टॉपेज आगरा ही थी, जिसके बाद ग्वालियर के लोगों ने ग्वालियर जैसे महतवपूर्ण स्टेशन पर स्टॉपेज की मांग की। स्थानीय लोगों ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को पत्र लिखा रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से निवेदन किया, मीडिया ने भी इस मामले को प्रमुखता से उठाया, चेंबर ऑफ कॉमर्स ने भी केंद्रीय मंत्री सिंधिया और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को ट्वीट किये।
WCR ने जारी किये वंदे भारत ट्रेन का नया शेड्यूल
इसके बाद आज वंदे भारत ट्रेन का एक नया शेड्यूल सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, पश्चिम मध्य रेलवे (WCR) द्वारा जारी इस शेड्यूल में ट्रेन का नया टाइम टेबल बाते अगया है जिसमें इसके दो स्टॉपेज झाँसी और ग्वालियर दिखाए गए हैं यानि अब ये ट्रेन रानी कमलापति स्टेशन से चलकर झाँसी, ग्वालियर और आगरा स्टेशनों पर रुकते हुए नई दिल्ली पहुंचेगी। स्टॉपेज घोषित किये जाने पर ग्वालियर के लोगों ने ख़ुशी जताई है। अब बस WCR के शेड्यूल को रेलवे बोर्ड की स्वीकृति का इन्तजार है।
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट