कोरोना महामारी के चलते जारी लॉक डाउन में पुलिस और प्रशासन के लिए कई तरह की परेशानियाँ सामने आ रही हैं। कुछ तो ऐसी है जिससे वो प्रत्यक्ष बलपूर्वक निपट रही है और कुछ ऐसी हैं जो दिखती नहीं है लेकिन प्रभावी बहुत होती है।। ऐसी ही परेशानियाँ खड़ी करने वालों से ग्वालियर पुलिस ने चेतावनी भरे लहजे में अपील की है कि किसी भो पोस्ट को जांचे परखे बिना फॉरवर्ड ना करें। और यदि ऐसा किया तो फिर दंड के लिए तैयार रहें।
दरअसल लॉक डाउन में लोगों को घर के अंदर रखना पुलिस की पहली और बड़ी प्राथमिकता है। जिले के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी लोगों को भयमुक्त होकर आराम से घर के अंदर रहने की सलाह दे रहे हैं और जो लोग लॉक डाउन का उल्लंघन कर रहे हैं उनसे सख्ती से निपटा जा रहा है। लेकिन ऐसे दौर में पुलिस के लिए फेक न्यूज़ भी बहुत बड़ी मुसीबत है।
घर में बंद लोग अपना अधिकांश समय मोबाइल फ़ोन देखने और टीवी देखने में बिता रहे हैं और इस बात का फायदा उठाते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फेक न्यूज का कारोबार फैलाने वाले प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बने हुए हैं। ऐसे में ग्वालियर पुलिस ने वाट्सएप एडमिन से अपील करते हुए सोशल मीडिया पर पोस्टर पोस्ट किये हैं, उसमें लिखा है कि फेक फॉरवर्ड भी एक प्रकार का वायरस है जो तेजी से समाज में सनसनी और घबराहट का माहौल पैदा कर रहा है। कोरोना महामारी के समय में आपसे अपील है कि किसी भी न्यूज या मैसेज की प्राथमिकता और सत्यता जांचे बिना उसे आगे ना बढ़ाएं यानि फॉरवर्ड ना करें। वर्तमान समय में जिले में धारा 144 प्रभावी है। अफवाह या फेक न्यूज़ फैलाना कानूनी अपराध है।