शिवराज सरकार का मजदूर विरोधी फैसला, उद्योगों को श्रम विभाग के निरीक्षण से बाहर किया, सीटू का विरोध

ग्वालियर/अतुल सक्सेना

कोरोना महामारी (corona) की आड़ में जिस प्रकार से श्रम कानूनों (labour law) को मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार (BJP) ध्वस्त कर रही है, उससे साफ है कि यहाँ मजदूरों मेहनतकशों के अधिकारों का गला घोट कर उद्योगपतियों (industrialist) को लूट की पूरी छूट देने के एजेंडे को तेजी से लागू किया जा रहा है। मंगलवार 5 मई को  शिवराज सरकार (shivraj government) ने उद्योगों को श्रम विभाग (labour department) के निरीक्षण (inspection) से बाहर कर अपनी किसी एजेंसी से निरीक्षण कराने,अपनी मर्जी से कार्य दिवस, शिफ्ट लगाने के साथ मजदूरों के काम पर रखने और निकालने का अधिकार दे दिया है। सेन्टर आफ इंडियन ट्रेड यूनियन्स (CITU )ने कहा है कि इससे मजदूरों के लिये मध्य प्रदेश में पूरी तरह जंगल राज कायम हो जायेगा


About Author
न्यूज डेस्क, Mp Breaking News

न्यूज डेस्क, Mp Breaking News