Gwalior News : ग्वालियर पुलिस पर चोरी के शक में हिरासत में लिए गए ऑटो चालक के साथ थर्ड डिग्री टॉर्चर, उल्टा लटकाकर मारपीट करने, हाथ पैर में बेरहमी से मारने और पेशाब पिलाने के गंभीर आरोप लगे हैं, ये आरोप पीड़ित ने लगाए हैं उसका कहना है कि पुलिस ने मुझे इतना मारा है कि मेरा पैर भी फ्रेक्चर हो गया। उधर एसपी का कहना है कि लाखों रुपये के गहने चोरी के आरोप में कुछ ऑटो वालों को पूछताछ के लिए बुलाया था पुलिस के पास अहम सबूत हैं, उन्होंने कहा कि मारपीट के जो आरोप लगे हैं उसकी जाँच एडिशनल एसपी को सौंप दी गई है।
ग्वालियर की पड़ाव थाना पुलिस और क्राइम ब्रांच पुलिस पर ऑटो चालक ने बेरहमी से मारपीट करने और थर्ड डिग्री देने, शराब पिलाने जैसे गंभीर आरोप लगाये हैं, दरअसल ये आरोप उस ऑटो चालक ने लगाये हैं जिसे पुलिस ने 240 ग्राम सोने की चोरी के संदेह में पुलिस थाने में पूछताछ के लिए बुलाया था।
पीड़ित ने बताया पूरा घटनाक्रम
आपको बता दें कि भिंड के सराफा कारोबारी अमन बंसल की कार से 17 जून की रात ग्वालियर के पड़ाव थाना क्षेत्र में स्टेशन बजरिया क्षेत्र से 15 लाख रुपए के सोने के गहनों से भरा बैग कार से चोरी हुआ था। सीसीटीवी के आधार पर पुलिस को कुछ ऑटो वाले संदेही दिखाई दिए जिसमें दीपक शिवहरे और कुछ अन्य शामिल हैं।
पुलिस पर अमानवीयता के आरोप
दीपक के मुताबिक पिछले दिनों पड़ाव थाने के आरक्षक संजीव यादव ने गाड़ी मालिक को फोन कर कहा था कि उनके ऑटो से एक्सीडेंट हुआ है, चालक को थाने ले आओ। मालिक ने फोन किया तब दीपक शिवपुरी और इंदौर गया था। जब वो लौटा तो 22 जून को पड़ाव थाने पहुंचा। पुलिस ने उसे फोटो दिखाकर सोना चोरी करने को लेकर पूछताछ की। जब उसने चोरी से इनकार किया तो उसे हवालात में बंद कर देर रात तक अमानवीय तरीके से पीटा गया, बाद में फिर उसे छोड़ दिया।
पीड़ित बोला पुलिस ने पेशाब पिलाई
24 जून को आरक्षक संजीव यादव ने फिर फोटो दिखाने का कहकर थाने बुलाया और फिर थाटीपुर ले जाकर क्राइम ब्रांच के हवाले कर दिया। दीपक ने कहा कि यहाँ टी आई पड़ाव थाना सहित पुलिसकर्मियों ने उसे जमीन पर उलटा लिटाकर बेल्ट से जमकर पीटा। क्राइम ब्रांच टी आई ने जबरन उसे पेशाब पिलाई और उसके पैर तोड़ दिए। जिससे उसे फ्रेक्चर हो गया, जब उसकी हालत बिगड़ी तो आनन फानन में अस्पताल में भर्ती कराया।
बाद में 151 का केस लगाकर छोड़ दिया
उसने कहा कि जब पुलिस को चोरी का कोई सबूत नहीं मिला तो शांति भंग करने की धारा 151 का केस लगाकर मुंह बंद रखने की डर दिखाकर छोड़ दिया। परिवार के लोग जमानत कराकर घर ले आये, दीपक ने बताया कि उसके साथ ऑटो चालक निखिल, आकाश खटीक सहित दो अन्य लोगों को भी पकड़ा था, उन्हें भी पीटा गया था। पीड़ित की बहन अब न्याय की गुहार लगा रही है।
एसपी ने एडिशनल एसपी को सौंपी जांच
मामला मीडिया में आने के बाद एसपी धर्मवीर सिंह तक पहुंचा उन्होंने कहा कि 240 ग्राम सोने की चोरी की बड़ी घटना है पुलिस उसमें जाँच कर रही है और सीसीटीवी के आधार पर कुछ संदेही ऑटो चालक पुलिस ने पूछताछ के लिए पकडे थे उनसे अहम सबूत भी पुलिस के हाथ लगे हैं उनका पुराना रिकॉर्ड भी है, उन्होंने कहा कि जहाँ तक पुलिस हिरासत में मारपीट का आरोप है मैंने इसके लिए एडिशनल एसपी को जाँच करने के आदेश दिए हैं, मामला गंभीर है और ऑटो चालक संदेही भी है, पुलिस पूरे घटनाक्रम की बारीकी से जाँच कर रही है।
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट