Dabra News: पीड़ित महिला ने दरोगा पर लगाए जातिगत गालियां देने और रिश्वत लेने के गंभीर आरोप

महिला ने दरोगा ओपी शर्मा पर आरोप लगाते हुए कहा कि दरोगा जी ने उनकी शिकायत सुनने और उनको 7 दिन में न्याय दिलाने की एवज में 30 हजार रूपए की मांग की।

Shashank Baranwal
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Gwalior

Dabra News: पुलिस प्रशासन समाज में हो रहे अपराधों को रोकने और समाज की रक्षा के लिए होता है, लेकिन क्या होगा जब पुलिस महकमे मैं बैठे अधिकारी ही फरियादियों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करें और उनसे रिश्वत की मांग करें? ऐसा ही एक मामला ग्वालियर जिले में सामने आया है, जहां आंतरी थाना में पदस्थ दरोगा ओपी शर्मा पर महिला फरियादी ने रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है।

महिला ने अधिकारियों से की शिकायत

एक महिला ने दरोगा ओपी शर्मा पर आरोप लगाते हुए कहा कि दरोगा जी ने उनकी शिकायत सुनने और उनको 7 दिन में न्याय दिलाने की एवज में 30 हजार रूपए की मांग की। वहीं, जब महिला ने 7 दिन बाद दरोगा जी से न्याय न मिलने की बात कही तो महिला को जातिगत गालियां देकर उसको अपमानित किया। फरियादी महिला ने इस मामले में पुलिस के आला अधिकारियों को शिकायती आवेदन देकर अपने साथ हुए अन्याय की शिकायत की है।

न्याय दिलाने की लिए मांगी रिश्वत

इस पूरे मामले में फरियादी महिला सगुनी बाई जाटव पति लखन सिंह जाटव निवासी ग्राम पिपरिपुरा ने बताया कि उनकी बेटी को गांव का ही युवक अपने साथ कुछ समय पहले भगा ले गया था। इस दौरान उनकी बेटी घर से कुछ जेवरात भी लेकर गई थी, जोकि उसकी शादी के लिए रखे थे, क्योंकि कुछ समय बाद उसकी शादी होने वाली थी। वहीं, फरियादी सगुनी बाई ने आंतरी थाना पहुंचकर इस मामले की शिकायत कराई थी। जब महिला की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तब आंतरी थाना में पदस्थ एसआई ओपी शर्मा ने उनसे 30 हजार रूपए रिश्वत की मांग करते हुए जेवर सहित उनकी बेटी को 7 दिन के अंदर पता लगाकर वापस लौटने की बात कही थी। इसके बाद फरियादी महिला ने एसआई शर्मा को 16 हजार रुपए दे दिए थे।

जातिगत गालियां देकर की अभद्रता

सगुनी बाई ने आगे बताया कि जब उन्होंने 7 दिन बाद थाना पहुंचकर एसआई से कार्रवाई करने की बात कही तो महिला को थाने से वापस लौटा दिया गया। उस महिला ने कार्रवाई न होने पर अपने 16 हजार रूपए वापस मांगे तो पुलिस उल्टा उन पर आरोप लगाते हुए उनके घर से उनका अनाज भरने और धमकाने पहुंच गई। वहीं, सगुनी बाई ने इसका विरोध किया तो एसआई ओपी शर्मा ने फरियादी महिला को जातिगत गालियां देते हुए उनके साथ अभद्रता की। इसकी शिकायत सगुनी बाई ने ग्वालियर एसपी और डबरा एसडीओपी के समक्ष पहुंचकर आवेदन के माध्यम से की है।

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एसडीओपी विवेक शर्मा ने कही यह बात

इस पूरे मामले को लेकर डबरा एसडीओपी विवेक शर्मा ने बताया कि यह मामला अभी उनके संज्ञान में आया है। जल्द ही मामले की जांच कर इसकी सच्चाई को सामने लाया जाएगा। फिलहाल, अब देखना यह होगा कि ऐसे गंभीर मामले में पुलिस क्या कुछ कार्रवाई करती है? क्या महिला को न्याय मिलेगा या फिर पुलिस इस मामले को दबा देगी?

डबरा से अरूण रजक की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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