ग्वालियर, अतुल सक्सेना। शराब और जुए को सामाजिक बुराई माना जाता है इसीलिए अधिकांश लोग ये मानते हैं कि इसकी आदत से लोगों को बचाने के लिए समाज को ही पहल करनी चाहिए। ग्वालियर (Gwalior News) जिले की एक ग्राम पंचायत ने अपनी जिम्मेदारी समझते हुए गांव में शराब की बिक्री और जुआ खेलने पर प्रतिबंध (Villages united against alcohol and gambling) लगा दिया है। इस नियम का उल्लंघन करने पर दोषी के खिलाफ 11,000/- रुपये का जुर्माना लगाया जायेगा। गांव ने पंचायत चुनावों को देखते हुए प्रत्याशी और पार्टी को भी इस नियम का पालन करने की हिदायत दी है।
ग्वालियर जिले की भितरवार तहसील के थाना बेलगढ़ा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत मुसाहरी के ग्रामीणों ने शराब की बिक्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है , इतना ही नहीं ग्रामीणों ने गांव में जुए पर भी पूरी तरह प्रतिबन्ध लगा दिया है। पिछले दिनों गांव में एक ममिटिंग आयोजित कर इस आशय का निर्णय लिया गया।
मुसाहरी में रहने वाले भाजपा ग्रामीण जिला ग्वालियर उपाध्यक्ष डॉ जितेंद्र सिंह रावत का कहना है कि वे इस पहल को अभी अपने गांव से शुरू कर रहे हैं और इसे जिला पंचायत तक लेकर जायेंगे। उन्होंने कहा कि शराब और जुआ एक सामाजिक बुराई है आज की युवा पीढ़ी इसमें फंसकर जीवन बर्बाद कर रही है इसलिए इसे रोकना हमारी जिम्मेदारी है।
पूर्व जनपद सदस्य भाजपा नेता डॉ रावत ने कहा कि अब से गांव में कोई भी व्यक्ति देशी, अंग्रेजी, कच्ची किसी भी प्रकार की शराब बेचता पाया गया या जुआ खेलता या खिलाता मिला तो उस पर 11,000/- रुपये का जुर्माना लगाया जायेगा।
उन्होंने ये भी बताया कि ग्रामीणों की बैठक में ये भी तय हुआ कि आने वाले पंचायत चुनावों में कोई भी प्रत्याशी या पार्टी दुकानदार शराब बांटता पकड़ में आया तो उसके खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी। डॉ रावत ने बताया कि बैठक के बाद एक पंचनामा भी बनाया गया है जिस प् रगांव के लोगों के हस्ताक्षर है। यदि कोई इसका उल्लंघन करता है तो उसकी शिकायत उनके थाना क्षेत्र बेलगढ़ा में की जाएगी।