किसानों के हित में जल संसाधन मंत्री का बड़ा फैसला, अफसरों से बोले लापरवाही हुई तो निलंबित कर दूंगा

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना। धान की फसल ख़राब होने की चिंता में परेशान ग्वालियर के ग्रामीण क्षेत्र के सैकड़ों किसानों (Farmers) ने आज मंगलवार को ग्वालियर के प्रभारी एवं प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट (Tulsiram silawat) से मुलाकात की।  किसानों ने कहा कि नहर से पानी नहीं मिलने से उनकी फसल ख़राब हो रही है।  किसानों की बात सुनने के बाद मंत्री ने जल संसाधन विभाग  अधिकारियों को हरसी हाईलेवल नहर 10 दिन के लिए खोलने के निर्देश दिए।  मंत्री ने कहा कि यदि इस काम में लापरवाही हुई तो सबको सस्पेंड कर दूंगा।

मंगलवार को ग्वालियर प्रवास पर आए प्रभारी मंत्री एवं प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट से नेता मोहन सिंह राठौर के नेतृत्व में भितरवार विधानसभा के 45 गांव के करीब 250 किसानों ने भेंट कर हरसी हाईलेवल नहर खुलवाने की मांग की। किसानों ने कहा कि हमारी फसल तैयार खड़ी है बस एक पानी की जरुरत है लेकिन नहर बंद हैं यदि फसल को पानी नहीं मिला तो फसल ख़राब हो जाएगी और हम बर्बाद हो जायेंगे।

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परेशान किसानों की बात सुनने के लिए मंत्री तुलसीराम सिलावट जमीन पर ही किसानों के साथ चौपाल लगाकर बैठ गए और उनकी पूरी बात सुनने के बाद उन्होंने मौके पर मौजूद जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता आर पी झा को निर्देश दिए कि आज से ही हरसी हाईलेवल नहर को 10 दिनों के लिए खोल दिया जाये ।

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मंत्री के निर्देश के बाद हरसी हाईलेवल नहर के कार्यपालन अभियंता आशुतोष भगत ने बताया कि हरसी हाईलेवल नहर खुलने से खासतौर पर उन किसानों को विशेष लाभ मिलेगा, जिन्होंने देर से धान की रोपाई की है। उन्होंने बताया कि नहर खुलने से भितरवार व चीनौर से लेकर जौरासी तक के किसानों के धान की सिंचाई हो सकेगी। श्री भगत ने बताया कि 10 दिन तक हरसी हाईलेवल नहर खुली रहेंगी।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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