ग्वालियर, अतुल सक्सेना। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia ) आज गुरुवार को ग्वालियर (Gwalior News) के एक दिवसीय दौरे पर हैं। उन्होंने ग्वालियर स्मार्ट सिटी कंपनी के कंट्रोल कमांड सेंटर (Control Command Center of Gwalior Smart City Company) पहुंचकर होम आइसोलेट कोरोना मरीजों (Home Isolated Corona Patients) से बात की। एक मरीज से बात करने के दौरान मरीज ने सिंधिया से कहा कि मैं चाहता हूँ कि मुझे बार बार कोरोना हो जिससे आप मुझसे बात कर सकें, इसपर सिंधिया ने हाथ जोड़कर कहा कि भैया ऐसी बात नहीं करो, ठीक होने के बाद आकर मुझसे मिलना।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मोतीमहल पहुंचकर वहां ग्वालियर स्मार्ट सिटी कंपनी के कंट्रोल कमांड सेंटर में कोरोना की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक कर ग्वालियर जिले में कोरोना की समीक्षा की।
सिंधिया ने ग्वालियर स्मार्ट सिटी द्वारा संचालित कोविड हेल्पलाइन सेवा द्वारा होम आइसोलेटेड कोरोना मरीजों से फोन कॉल एवं व्हाट्सअप वीडियो सिस्टम से उनका हाल चाल जाना। सिंधिया ने कई महिला और पुरुष मरीजों से उनकी तबियत पूछी और प्रशासन के सहयोग के बारे में जानकारी ली।
अधिकांश मरीजों ने ग्वालियर जिला प्रशासन की कोविड हेल्प लाइन सेवा और स्मार्ट सिटी के कंट्रोल कमांड सेंटर से डॉक्टर्स की सलाह एवं दवाई किट दिए जाने की तारीफ की। इसी दौरान सिंधिया एक मरीज मृगांत से जब बात कर रहे थे और मरीज से उनके लक्षणों के बारे में पूछ रहे थे तो सिंधिया के वीडियो कॉल से अभिभूत मरीज ने कहा कि ऐसा कोविड बार बार हो महाराज जिससे आपसे बात करने का मौक़ा मुझे मिले।
कोरोना मरीज की बात सुनते ही सिंधिया ने उसके हाथ जोड़े और बोले कि अरे अरे ऐसा मत कहो भैया, ऐसा मत कहो। भगवान ना करे, आप स्वस्थ हो जाएँ, अपना ख्याल रखना आप जब ठीक हो जाएँ तब तो आकर मुझसे मिलना।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....