भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। भारत में बढ़ते कैंसर रोगियों की संख्या पर पर्यावरण दिवस पर मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने गहरी चिंता व्यक्त की है। कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लड़ने के लिए मंत्री पटेल ने अपने गृहजिले हरदा के गृह ग्राम बारंगा से मेरा गांव मेरा तीर्थ अभियान शुरू किया हुआ है। वे इस अभियान के तहत गांव_ गांव जा रहे हैं और ग्राम वासियों और नगर वासियों को कैंसर से लड़ने के साथ प्राकृतिक, जैविक खेती करने और गौ वंश आधारित प्रकल्प शुरू करने का स्वैच्छिक संकल्प दिला रहे हैं। रविवार को विश्व पर्यावरण दिवस पर हरदा नगर में आयोजित पर्यावरण संरक्षण एवं संकल्प कार्यक्रम में उन्होंने मेरा गांव मेरा तीर्थ चौपाल लगाई और उपस्थित जनों को स्वैच्छिक संकल्प दिलवाया।
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संकल्प दिलवाने के साथ ही कृषि मंत्री कमल पटेल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया कि आज से 29 साल पहले जब मैं विधायक बना था तब साल में 1से 4 केस कैंसर रोगियों के आते थे लेकिन आज की स्थिति में प्रतिदिन 4 से 10 केस सहायता के लिए कैंसर रोगियों के आते हैं। कैंसर की स्थिति भयावह होती जा रही है। उन्होंने बताया कि एशिया के सुप्रसिद्ध कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आडवाणी ने चेतावनी दी है कि वह दिन दूर नहीं जब इस रोग के रोगियों की संख्या असंख्य हो जाएगी। कोरोना काल में मरीजों का जो हाल हुआ उस से भी बदतर हाल अस्पतालों में कैंसर के रोगियों का होने वाला है। कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि पंजाब में भटिंडा से एक ट्रेन चलती है जिसे कैंसर ट्रेन कहा जाता है।अत्याधिक रसायनिक उर्वरकों के उपयोग के कारण पंजाब कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लड़ रहा है। पंजाब मैं एक 15 एकड़ की जमीन है। यहा पर तार फेंसिंग की हुई है। तार फेंसिंग इसलिए की हुई है कि वहा से कोई भी गुजरे न। क्योंकि वहा से जो भी गुजरता है तो वह कैंसर की चपेट में आ जाता है। पटेल ने आह्वान किया कि जन जागरूकता लाकर इसे जन आंदोलन बनाना होगा। साथ ही वृक्षारोपण के माध्यम से पर्यावरण को बचाया जा सकता है और मेरा गांव मेरा तीर्थ अभियान इसी श्रृंखला में एक मील का पत्थर साबित होगा।