हरदा। पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक कमल पटेल के बेटे सुदीप पटेल 1 साल के लिए ज़िला बदर कर दिया गया है| कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी एस. विश्वनाथन द्वारा खिरकिया जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष सुदीप पटेल को गुरुवार को जिलाबदर करने के आदेश जारी किये| सुदीप की पत्नी कोमल पटेल हरदा जिला पंचायत की अध्यक्ष हैं।
कलेक्टर विश्वनाथन ने राज्य सुरक्षा अधिनियम 1990 की धारा 5 (ब) के तहत आदेश जारी कर सुदीप पटेल (32 वर्ष) पिता कमल पटेल निवासी बारंगा तहसील खिरकिया थाना छीपाबड़ को 1 वर्ष के लिए जिला हरदा एवं उससे लगे समीपवर्ती जिले होशंगाबाद, खंडवा, देवास, सीहोर, बैतूल की राजस्व सीमाओं से निष्कासित किया है। बता दें कि विधायक पटेल के पुत्र सुदीप पटेल पर जिले के विभिन्न थानों में आपराधिक मामले दर्ज हैं। इससे पहले भी एक बार सुदीप को जिलाबदर किया जा चुका है।
शिवराज सरकार में भी हो चुके हैं जिलाबदर
पूर्व की शिवराज सरकार में भी सुदीप को जिलाबदर किया गया था| तत्कालीन कलेक्टर व जिला दंडाधिकारी श्रीकांत बनोठ ने 23 मई 2017 को भी सुदीप को जिलाबदर किया था। हाईकोर्ट से पटेल को राहत मिलने के बाद मामला ठंडा पड़ गया था। तब राज्य में भाजपा की सरकार होने से विधायक पटेल इस मामले में जमकर गरजे थे। यह आदेश जारी होने के बाद तत्कालीन कलेक्टर बनोठ का स्थानांतरण भी हो गया था। हालांकि बाद में यह निरस्त भी हो गया था। इस दौरान कमल पटेल अपनी ही पार्टी और शिवराज सिंह चौहान से नाराज बताये गए थे| हालाँकि बाद में यह मामला ठंडा पड़ गया था|
अलग-अलग थानों में 19 प्रकरण दर्ज
सुदीप के खिलाफ जिले के अलग-अलग थानों में 19 प्रकरण दर्ज हैं। इसमें हरदा थाने में 5, छीपाबड़ थाने में 11, हंडिया थाने में 2, सिविल लाइन थाने में एक मामला दर्ज है। सुदीप के खिलाफ धारा 302, 201, 34, 307, 294, 506, 451, 353, 427, 452, 509, 107, 323, 116 (3), 120 (बी), एससी, एसटी एक्ट के तहत मामले दर्ज हैं। पूर्व विधायक आरके दोगने ने भी सुदीप पटेल के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।