रेत की अवैध वसूली मामले में गिरी गाज, नायब तहसीलदार सस्पेंड

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भोपाल। मध्य प्रदेश के हरदा जिले में रेत डंपर वालों से 70 हजार रुपए की रिश्वत के आरोपों से घिरे तत्कालीन नायब तहसीलदार अनुराग उइके को नर्मदा पुरम के संभाग आयुक्त आरके मिश्रा ने निलंबित कर दिया है। इस दौरान उनका मुख्यालय हरदा कलेक्टोरेट रहेगा। वहीं उनके साथ मौजूद रहीं नायब तहसीलदार सोनिया परिहार को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उनसे एक हफ्ते में इस मामले में जवाब मांगा गया है। 

दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो 24 अक्टूबर को वायरल हुआ था। इस वीडियो में उइके के निजी वाहन चालक द्वारा रेत डंपर वालों से 60 से 70 हजार रुपए लेकर उनकी गाड़ी में रखने का खुलासा मीडिया में हुआ था। यही नहीं उइके के ड्राइवर ने रेत डंपर वालों द्वारा उसके साथ मारपीट की शिकायत भी थाने में दर्ज करवाई थी। कलेक्टर ने झालवां निवासी राहुल मीणा व अन्य की शिकायत की जांच कराई। 

जांच के लिए प्रतिवेदन कमिश्नर को भेजा गया था। जांच के बाद कमिश्नर रविंद्र मिश्रा ने उइके को निलंबित कर दिया। उन्होंने नायब तहसीलदार को कलेक्ट्रेट में अटैच करने के आदेश दिए हैं। इस घटना के दौरान उनके साथ रही नायब तहसीलदार सोनिया परिहार पर भी कार्रवाई की गई है। उन्हें कमिश्नर ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उनसे सात दिन में जवाब मांगा गया है। 

गौरतलब है कि डंपर मालिकों ने अनुराग उइके के खिलाफ 26 अक्टूबर को कलेक्टर से शिकायत की थी। इस शिकायत में डंपर मालिकों ने बताया था कि वह रायल्टी पर रेत, गिट्टी, मुरुम आदि खनिज वाहन से परिवहन कर उसका विक्रय करते हैं। लेकिन इसके बाद भी अफसर उनपर रिश्वत देने का दबाव बनाते हैं। यही नहीं उन्होंने आरोप लगाते हुए बताया था कि अनुराग उइके और सोनिया परिहार ने उनके वाहन रोककर उन्हें जब्त करने की धमकी दी थी। जिसके एवज में उन्होंने रिश्वत भी मांगी थी।


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