जिला स्तरीय सतर्कता एवं मॉनीटरिंग समिति की बैठक, कलेक्टर ने दिए ये जरुरी निर्देश

Gaurav Sharma
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होशंगाबाद/इटारसी,राहुल अग्रवाल। जिले के इटारसी में जिला स्तरीय सतर्कता एवं मॉनीटरिंग समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम अंतर्गत विभिन्न थानो में विवेचना हेतु लंबित प्रकरणो पर त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश कलेक्टर धनंजय सिंह ने डीएसपी अजाक्स को दिए। उन्होंने कहा कि 60 दिनों से अधिक अवधि के लंबित प्रकरणो में चालन पेश करने की कार्रवाई शीघ्र की जाए।

कलेक्टर धनंजय सिंह ने अत्याचार निवारण अधिनियम के अपील योग्य प्रकरणे में जल्द कार्रवाई करने के निर्देश जिला अभियोजन अधिकारी को दिये। उन्होंने कहा कि विवेचना के दौरान पक्षकारों / गवाहों को दिये जाने वाले यात्रा भत्ता, मजदूरी एवं भरण पोषण समय पर दिया जाए। उन्होंने समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को निर्देशित किया कि वे अनुभाग स्तरीय सतर्कता एवं मॉनीटरिंग समिति की त्रैमासिक बैठके समय पर आयोजित करे ।

बैठक में सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य ने बताया कि अत्याचार निवारण अधिनियम अंतर्गत प्राप्त सभी राहत प्रकरणों में शत प्रतिशत राहत संबंधितो को पहुंचाई गई है। कलेक्टर की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय सतर्कता एवं मॉनीटरिंग समिति की बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में अपर कलेक्टर जीपी माली, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य चन्द्रकांता सिंह, डीएसपी अजाक्स शैलजा पटवा, जिला अभियोजन अधिकारी, विधायक प्रतिनिधि उपस्थित रहे।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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