होशंगाबाद, राहुल अग्रवाल। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में एक नए मेहमान की आमद हुई है।बुधवार को यहां बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से एक तीन वर्षीय बाघिन को लाया गया। इस बाघिन को एसटीआर के घने जंगल में छोड़ा गया है। बाघिन पूर्णतः स्वस्थ तथा सक्रिय पाई गई है।
ये बाघिन पिछले साल संजय टाइगर रिजर्व से रेस्क्यू की गई थी और दो दिन पहले सतपुड़ा टाइगर रिजर्व का 6 सदस्यीय दल इसे लाने के लिए बांधवगढ़ पहुंचा। संचालक एसटीआर एल. कृष्णमूर्ति ने बताया कि पहले बाघिन को वन्यप्राणी चिकित्सक द्वारा बेहोश किया गया। इसके बाद उसके गले में रेडियो कॉलर लगाई गई। फिर बाघिन को पिंजरे में बंद कर रात में ही सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की ओर रवाना किया गया। लगभग 12 घंटे का सफर तय करने के बाद बाघिन को एसटीआर लाया गया। यहां क्षेत्र संचालक एल. कृष्णमूर्ति, सहायक संचालक सोहागपुर, पिपरिया, वन्य प्राणी चिकित्सक तथा अमले की मौजूदगी में पिंजरा खोला गया। पिंजरा खुलते ही बाघिन बाहर निकली और पलभर में ही जंगल में चली गई। अब इस बाघिन की मॉनिटरिंग उसके गले में लगी कॉलर के द्वारा प्राप्त सिग्नल के माध्यम से चौबीसों घंटे की जाएगी।
2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।