Digi Locker : राष्ट्रीय शिक्षा नीति के चलते इन दिनों विद्यार्थियों का डाटा डिजिटल प्रारूप में बदलने की प्रक्रिया तेजी से की जा रही है। यह प्रक्रिया स्नातक पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों के लिए है। ऐसे में प्रथम और द्वितीय वर्ष पास कर चुके सभी विद्यार्थियों की जानकारी देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा कॉलेजों से मांगी गई है। डीजी लॉकर एक ऐप है जिसमें विद्यार्थियों का डाटा रखा जा सकता है।
इतना ही नहीं इस लॉकर में डिग्री और ट्रांसक्रिप्ट भी स्टोर करके रखी जाएगी। दरअसल, 140000 विद्यार्थियों का डाटा डीजी लॉकर में अपडेट किया जाएगा। इसका फायदा उन बच्चों को सबसे ज्यादा होगा जो विदेशों में नौकरी करने के लिए जाते हैं या फिर दूसरे उच्च शिक्षण संस्थानों में जाते हैं उन्हें विद्यार्थियों का डाटा जांचने में भी आसानी होगी।
इस वजह से देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों का डाटा मांगा गया है। इसमें जाति प्रमाण पत्र, अंकसूची, कॉलेज आईडी सहित कई दस्तावेज शामिल है। इसके लिए एक निजी एजेंसी को विश्वविद्यालय द्वारा काम की जिम्मेदारी दी गई है। करीब 60 दिनों के अंदर प्रक्रिया को पूरा करना है। आपको बता दें, डिजी लॉकर के लिए नोडल सेंटर भी बनाए जा चुके हैं।
ऐसे में विश्वविद्यालय द्वारा भोपाल विश्वविद्यालय को पूरा डाटा भेजा जाएगा। उसी के बाद डीजी लॉकर में डाटा अपडेट करने का काम एजेंसी द्वारा किया जाएगा। खास बात यह है कि बीए, बीकॉम, बीएससी, बीबीए, बीसीए के साथ अन्य यूजी कोर्स वाले विद्यार्थियों का डाटा इसमें सबसे पहले स्टोर किया जाएगा। इस डीजी लॉकर में प्रत्येक विद्यार्थी का हर डाटा मौजूद रहेगा।