इंदौर, आकाश धोलपुरे। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की आर्थिक राजधानी इंदौर (Indore) में रंगपंचमी (Rang Panchami) यानी शुक्रवार से तीन दिवसीय वैक्सीनेशन महोत्सव आयोजित किया जाएगा। इस वृहद आयोजन को लेकर गुरुवार को जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न धर्मों के धर्मगुरुओं, समाज प्रमुखों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान कोविड-19 (COVID-19) के वैक्सीनेशन (Vaccination) को लेकर सभी से सुझाव मांगे गए और इंदौर कलेक्टर (Indore Collector) ने सभी की सहमति से 3 दिन के वैक्सीनेशन महोत्सव की घोषणा की।
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इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि शुक्रवार को रंगपंचमी के दिन लोग वैक्सीन लगवाकर महोत्सव मनाएंगे। वही उन्होंने कहा कि रंगपंचमी के दिन बाहर निकलने पर धारा 144 के तहत प्रतिबंध रहेगा। इसके अलावा रंगपंचमी पर सभी सरकारी वैक्सीन केंद्र चालू रहेंगे। वही एएनएम सहित जो सरकारी कर्मचारी शहर की सेवा के लिए अवकाश के दिन भी काम पर आएंगे उनको सम्मान के रूप में मानदेय भी दिया जाएगा। वही तीन दिनी आयोजन में रविवार को सभी सरकारी केंद्र बंद रहेंगे। ऐसे में निजी अस्पताल अपने कैम्प कॉलोनियों में लगाएंगे, जो डिमांड उनके पास गई है। प्रशासन के मुताबिक 40 कॉलोनियों से वैक्सीन के लिये मांग की गई थी और ऐसे कैंप आज से कई स्थानों पर शुरू हो चुके है। प्रशासन की माने तो जितनी भी कालोनी, समाज और धर्मो की डिमांड आएगी उसे पूरा किया जाएगा। वही जहां 2 हजार या 3 हजार से ज्यादा लोगो की डिमांड होगी वहां अलग से कैम्प लगाये जाएंगे। वही ऐसे कैम्पस में जो सक्षम लोग रहेंगे वहां निजी अस्पतालों से संपर्क कराया जाएगा और जहां गरीब वर्ग रहेगा ऐसी जगह निशुल्क कैम्प लगाएं जाएंगे।
इंदौर कलेक्टर की माने तो उम्मीद है हर रोज 40 से 50 हजार लोग वैक्सीन लगवाएंगे। उन्होंने बताया कि अभी इंदौर शहर में 175 वैक्सीनेशन केंद्र हो गए है जिन्हें बढ़ाकर 250 से 275 तक किया जायेगा। वही उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में 100 केंद्र चल रहे है और जैसे जैसे शहर में डिमांड बढ़ेगी वैसे ही ग्रामीण केंद्रों को कम कर दिया जायेगा हालांकि 18 प्रायमरी हेल्थ सेंटर्स पर केंद्र की सुविधा ग्रामीण क्षेत्रों में रहेगी। वही उन्होंने नगर निगम एरिया में ज्यादा लोग प्रभावित है और 45 और 60 वर्ष से अधिक उम्र के लगभग 6 लाख 50 हजार लोग होंगे, जिन पर प्रशासन का फोकस है और अगर इन सभी का वैक्सिनेशन हो जाता है तो अगले एक माह में 45 साल से उम्र से अधिक के लोगो के हॉस्पिटल एडमिशन में गिरावट आ जायेगी।
वही उन्होंने ऐसे लोगो को भी चेताया जो कोविड, लॉक डाउन और वैक्सीन को लेकर भ्रामक संदेश व्हाट्सएप (Whatsapp) के जरिये चला रहे है उसके खिलाफ एफआईआर कराई जाएगी और आज एक ऐसे मामले में प्रशासन एफआईआर एक व्यक्ति पर एफआईआर करा रहा है। इसके अलावा कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि वैक्सीन लगवाने के 25 दिन के अंदर एंटीबॉडी निर्मित हो रही है और यदि कोविड होता भही ऐसी स्थिति में तो उसकी तीव्रता में कमी आ जाती है। उन्होंने बताया वैक्सिनेट होने के बाद 7 डॉक्टर्स को कोरोना हुआ था लेकिन एंटीबॉडी विकसित होने के चलते कोविड की तीव्रता में कमी आई और सभी घर पर रहकर स्वस्थ हो गए है।
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