इंदौर| आकाश धोलपुरे| कोरोना संकट काल में राजनीति का दौर चरम पर है और इसी का ताजा नमूना आज इंदौर के परदेशीपुरा में देखने को मिला। व्यापारियों, पथ संचालक, सिटी बस चालको की समस्या सहित सरकार और प्रशासन के दोहरे मापदंड का आरोप लगाते हुए सैंकड़ो की संख्या में कांग्रेसियों ने इंदौर में हल्ला बोल प्रदर्शन किया था। कोरोना काल मे समस्याओं के नाम पर कांग्रेस ने ना सिर्फ सैकड़ों लोगों की भीड़ इकट्ठी कर ली बल्कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में सरकार को खुली चुनौती देते हुए पैदल मार्च निकाल कर मुख्यमंत्री का पुतला तक फूंक दिया था। प्रदर्शन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की भी जमकर धज्जियां उड़ाई गई। इंदौर में कोविड-19 महामारी की सियासत में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल बुरे दौर में भी सियासत चमकाने में जुटे हैं।
प्रदेश सरकार के खिलाफ हल्ला बोलना अब सैंकड़ो कांग्रेसियों को भारी पड़ गया है क्योंकि इंदौर की परदेशीपुरा पुलिस ने प्रदेश सरकार के खिलाफ आंदोलन करने पर पूर्व मंत्री जीतू पटवारी पर केस दर्ज करने के साथ ही मुख्य आयोजक चिंटू चौकसे, राजू भदौरिया सहित बिना अनुमति के प्रदर्शन करने पर कांग्रेस के करीब 200 से अधिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ लॉकडाउन उलंघन की धारा 188 के तहत परदेशीपुरा थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया हैं। इंदौर एडिशनल एसपी शशिकांत कनकने ने बताया कि धारा 188 के अलावा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरुद्ध मार्ग बाधित करने के साथ-साथ अन्य धाराओं में भी केस दर्ज किया गया है।