Indore News: बीड़ी न मिलने पर युवक ने बुजुर्ग को पीटा, इलाज के दौरान हुई मौत, आरोपी की तलाश जारी

एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया के मुताबिक एक युवक ने बीड़ी न मिलने पर युवक की पिटाई कर दी थी, जिसके कारण उसकी मौत हो गई थी।

Shashank Baranwal
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Indore News: इंदौर में एक बुजुर्ग के साथ मारपीट का सामने आया है, जहां अस्पताल में इलाज के दौरान बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने पूरे मामले में मृतक बुजुर्ग की जांच पड़ताल करते हुए मर्ग कायम कर जांच शुरू की है। पुलिस ने बुजुर्ग को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, रिपोर्ट आने के बाद वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।

घायल अवस्था में कराया गया अस्पताल में भर्ती

पूरा मामला इंदौर जिले के छोटी ग्वालटोली थाना इलाके का बताया जा रहा है, जहां मारपीट में जख्मी, मनोहर नामक बुजुर्ग की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि बुजुर्ग को घायल अवस्था में अस्पताल में ले जाया गया था और उसकी मौत हो गई थी। वहीं, जांच पड़ताल में सामने आय है कि इलाके का ही रहने वाला एक युवक करण ने बुजुर्ग से बीड़ी पीने के लिए मांगी थी। बुजुर्ग के मना करने पर युवक ने डंडे से पिटाई कर दी और घायल अवस्था में बुजुर्ग को राहगीरों के द्वारा अस्पताल ले जाया गया था।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर की जाएगी कार्रवाई

एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया के मुताबिक एक युवक ने बीड़ी न मिलने पर युवक की पिटाई कर दी थी, जिसके कारण उसकी मौत हो गई थी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि बुजुर्ग का पोस्टमार्टम कराया गया है, उसकी जो भी रिपोर्ट आएगी, उसी अनुसार वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। इसी के साथ जिस व्यक्ति का नाम सामने आ रहा है, उसकी भी पुलिस तलाश की जा रही है।

इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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