इंदौर, आकाश ढोलपुरे। हाल ही में अधेड़ों और बुजुर्गों को सेक्स के जाल में उलझाकर उनसे अश्लील हरकतें करवाकर ब्लैकमेल करने का एक मामला इंदौर में सामने आया था । जहां पुलिस ने मामले में कार्रवाई कर गिरोह से जुड़े लोगों पर इंदौर में गिरफ्तार किया , वही अब तीन आरोपियों को शिवपुरी से गिरफ्तार कर इंदौर लाया गया है। दरअसल, पिछले दिनों इंदौर की विजय नगर थाना पुलिस ने सेक्सस्टोर्शन मामले में शिवपुरी की एक बड़ी गैंग के चार सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्त में लिया था। वही पूछताछ में आरोपियों ने बताया था उन्होंने कई सीनियर सिटीजन्स को वीडियो कॉलिंग के माध्यम से ब्लैकमल कर लाखों रुपए ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस को पूछताछ के दौरान एक बड़ी लीड मिली थी कि गिरोह के सदस्यों को कौन सिम उपलब्ध कराता था और कौन उन्हें ट्रेनिंग देता था। लीड के आधार पर पुलिस ने मध्यप्रदेश के शिवपुरी में रहने निखिल नामक युवक पर शिकंजा कसा और दबिश देकर निखिल और उसके अन्य दो साथियों को पकड़ लिया है। गिरोह की महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में काम करने वाला निखिल पिता रामप्रकाश और सेतु पिता मनोज बड़ी मात्रा में फर्जी सिम उपलब्ध कराने का काम करते थे। निखिल और सेतु अपने साथी के साथ मिलकर मजबूर और गरीब लोगों को झांसे में लेकर उनके नाम से सिम एक्टिवेट कर गिरोह के एक्टिव सदस्यों को उपलब्ध करवाते थे।
बता दे कि सेक्सस्टोर्शन मामले में सीनियर सिटीजन को वीडियो कॉलिंग के माध्यम से युवतियों की फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर ब्लैकमलिंग करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर , हाल ही में पुलिस ने गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों द्वारा कई सीनियर सिटीजन के अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल कर लाखों रुपए ऐंठे थे। गिरोह से पूछताछ के दौरान पुलिस को जानकारी मिली थी कि, निखिल गुप्ता और कुछ अन्य लोग मिलकर गिरोह को बैंक अकाउंट और फर्जी सिम उपलब्ध कराते थे । जिसके आधार पर पुलिस ने शिवपुरी से निखिल गुप्ता, सेतु और एक अन्य को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह 40 से 50 साल के ऐसे लोगों को झांसे में लेते थे जो शराब पीने के आदि हो या गरीब मजदूर हो। ऐसे लोगो से गिरोह उनके आधार कार्ड के माध्यम से सिम एक्टिवेट कराता था और फिर गिरोह को अकाउंट नंबर और सिम भेज दिया करते थे।
विजय नगर थाना प्रभारी तहजीब काजी के मुताबिक पुलिस को गिरोह से जुड़े अन्य लोगो की जानकारी जुटा रही है।
बताया जा रहा है कि शिवपुरी का यह गिरोह लंबे समय से अलवर में सक्रिय था । और गिरोह से जुड़े लोग स्टूडेंट के रूप में किराए का कमरा लेकर ब्लैक मेलिंग के काले धंधे को अंजाम दे रहे थे , जिनके निशाने पर अक्सर अधेड़ और सीनियर सिटीजन ही होते थे ।