इंदौर, स्पेशल डेस्क रिपोर्ट। चार माह पहले बिहार (bihar) से इंदौर (indore) पढ़ाई (studies) करने आए एक छात्र ने अपने ही रूम में फांसी लगाकर आत्महत्या (suicide) कर ली। जब छात्र का रूम मेट (room mate) रूम पर पंहुचा तो गेट अंदर से बंद था। जिसके बाद रूम मेट छात्र ने पुलिस (police) को सूचना दी। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने आस-पास के लोगों की मदद से रूम का गेट तोड़कर अंदर देखा तो छात्र फंदे पर लटका था। पुलिस को मृतक छात्र के पास से एक सुसाइड नोट (suicide note) भी मिला है। जिसकी जांच पुलिस कर रही है। पुलिस ने मृतक छात्र के शव को फंदे से नीचे उतारकर पोस्मॉर्टम (postmortem) के लिए एम.वाय. अस्पताल भेज दिया है।
छात्र ने सुसाइड नोट में दिमागी हालत का जिक्र किया। सुसाइड नोट के अंश कुछ इस प्रकार है- मैं अपनी पढ़ाई ठीक से नहीं कर पा रहा हूं। कुछ समय से मेरी दिमागी हालत भी ठीक नहीं लग रही। मैं पढ़ाई मे अच्छे नंबर नहीं ला सकता। बस यही सुसाइड नोट लिखकर एमसीए की तैयारी कर रहे छात्र ने अपने आपको रूम में बंद किया और अंदर फांसी लगाकर अपनी परेशानी का हल मौत को गले लगाना ही समझा फिर वह फंदे पर झूल गया।
घटना खजराना थाना क्षेत्र के पीपल चौक की है। जहां बिहार से कुछ महीनों पहले छात्र अभिषेक इंदौर आया था। यहां रहकर वो एमसीए की पढ़ाई कर रहा था लेकिन अभिषेक को कुछ दिनों से यह डर अपने मन में सता रहा था की वो अच्छे नबर नहीं ला पायेगा। बस इस बात का तनाव उसने इतना ले लिया की आखिरकार उसने अपनी जीवन लीला समाप्त करने के लिये फांसी लगा ली। पुलिस को जो सुसाइड नोट मिला है उसमें उसने पढ़ाई का तनाव ही आत्महत्या का कारण लिखा है। फिलहाल, खजराना पुलिस ने मर्ग कायम कर जाँच शुरू कर दी है और पुलिस सुसाइड से जुड़े हर बिंदु की जांच सूक्ष्मता से कर रही है।
यह भी पढ़ें… Dada Saheb Phalke Award से सम्मानित होंगे रजनीकांत, पीएम मोदी और प्रकाश जावड़ेकर ने दी बधाई
खजराना थाना प्रभारी दिनेश वर्मा ने बताया कि युवाओं को जीवन का मोल समझना चाहिए और हताशा से बाहर निकलकर मेहनत करनी चाहिये। उन्होंने बताया कि छात्र मूलतः बिहार का रहने वाला है और सबसे पहले उसके रूम पार्टनर ने उसे खिड़की में से लटका देखा और पुलिस को सूचना दी। फिलहाल, युवक के शव को पीएम के लिए भेज दिया गया है।