Indore News : कोतवाली थाना क्षेत्र के पटेल ब्रिज पर बीती रात हुए विवाद में घायल व्यक्तियों द्वारा निगम के कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था जिसमें गिरफ्तारी होने के बात भी पुलिस के आला अधिकारी ने कहा है कि विवाद के दूसरे दिन निगम कर्मचारियों ने भी कोतवाली थाने पहुंचकर एफ आई आर दर्ज कराई पुलिस इस पूरे मामले में विवेचना करते हुए आगे की कार्रवाई होने की बात कह रही है।
पुलिस कर रही है बारीकी से जांच
बता दें कि बीती रात निगम कर्मचारी और आम जनता के विवाद में अब निगम कर्मचारियों की ओर से दूसरे पक्ष के खिलाफ मुदकमा दर्ज करते हुए मामले में विवेचना की जा रही है। एडिशनल डीसीपी राजेश रधुवंशी के अनुसार हुई घटना में देर रात ही मारपीट का मुकदमा दर्ज किया गया था और अब दूसरे पक्ष ने भी थाने आकर मामले में शिकायत दर्ज कराई है जिस पर बारीकी से जांच की जा रही है।
यह है मामला
घटना रविवार देर रात पटेल ब्रिज की है। यहां नगर निगम का अमला साफ-सफाई कर रहा था। इसी दौरान दीपक जाट, सुनील यादव और मोनू बाइक पर वहां से गुजरे। उन्होंने पानी की खाली बोतल और कुछ कचरा फेंका तो निगमकर्मियों ने उन्हें रोक लिया। कचरा फेंकने की बात पर दोनों पक्षों में बहस होने लगी।
इसी बीच निगम का एक अन्य वाहन मौके पर पहुंचा। इसमें जोन नंबर 11 के दरोगा संदीप रनवे, चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर हर्षित लोधी, सुनील करोसिया और अजय बंदवाल बैठे थे। वे गाड़ी से उतरे और मामले की जानकारी ली। इन लोगों ने दीपक और सुनील से 500 रुपए का चालान भरने को कहा। इसे लेकर कहासुनी हुई तो निगमकर्मियों ने कहा कि अब 500 नहीं, 10 हजार रुपए का चालान बनेगा। दीपक और सुनील ने आपत्ति जताई कि इतनी बड़ी राशि का चालान कैसे बन सकता है? अगर ऐसा है भी तो हम कोर्ट में चालान भर देंगे। निगमकर्मियों के जुर्माना वसूलने के लिए अड़े रहने पर विवाद बढ़ गया और मारपीट शुरू हो गई।
इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट