Indore पुलिस ने की कार्रवाई, लिंक के जरिए आपत्तिजनक फोटो भेजने वाले आरोपी को किया गिरफ्तार

एडिशनल डीसीपी ने यह भी कहा कि नई तरह की जो ऐप चल रही है, इस ऐप का सहारा लेकर आरोपी ने इस तरह के गलत फोटो बनाएं।

Shashank Baranwal
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Indore News: इंदौर के परदेशीपुरा थाना में आवेदिका द्वारा एक मुकदमा दर्ज कराया गया, जिसमें आवेदिका ने बताया कि अज्ञात नंबर से उसको एक लिंक मिली और मैसेज में लिखा हुआ था कि इस लिंक को क्लिक करें नहीं तो परिणाम भुगतने होंगे। पीड़िता ने पहले आई लिंक को नहीं खोला तो 24 घंटे के बाद एक और लिंक आई। आवेदिका ने जब उस लिंक को क्लिक किया तो आपत्तिजनक फोटो उस लिंक के माध्यम से आवेदिका को पहुंच गए थे। वहीं, मामले में पीड़िता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आइटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपी की तलाश शुरू कर दी थी, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

नंबर ट्रेस कर पता लगाया

मामले की जानकारी देते हुए इलाके के एडिशनल डीसीपी अमरेंद्र सिंह ने बताया कि आवेदिका के शिकायत के बाद दर्ज मुकदमे को लेकर पूरे घटनाक्रम में आरोपी के गिरफ्तार कर लिया है। एडिशनल डीसीपी ने कहा कि मुकदमा दर्ज होने के बाद नंबर को ट्रेस किया गया तो यश नामक के एक युवक की पहचान मिली। इसी के द्वारा घटना को अंजाम दिया गया था। फिलहाल, पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस की पूछताछ में जुर्म कुबूला

एडिशनल डीसीपी ने यह भी कहा कि नई तरह की जो ऐप चल रही है, इस ऐप का सहारा लेकर आरोपी ने इस तरह के गलत फोटो बनाएं। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने जुर्म कुबूल करते हुए बताया कि पीड़िता और आरोपी की पत्नी एक साथ कॉलेज में पढ़ते थे। फिलहाल, आरोपी से पुलिस इस बात का पता लग रही है कि इस तरह का कृत्य करने के पीछे आखिर इसका मकसद क्या था?

इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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