इंदौर, स्पेशल डेस्क रिपोर्ट। इंदौर (Indore) में ठगोरों के साथ मिलकर आम लोगों को लोन दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले आंध्रा बैंक के बैंक मैनेजर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। साल 2019 में संयोगितागंज पुलिस को बैंक मैनेजर राजकुमार मीणा के खिलाफ 5 अलग – अलग शिकायत मिली थी। जिसकी पड़ताल में सामने आया था बैंक मैनेजर फर्जी तरीके से लोन अप्रूव्ह कराकर ठगी के सरगनाओं सहित खुद को मुनाफा पहुंचा रहा था। इंदौर की संयोगितागंज पुलिस और क्राइम ब्रांच ने राजस्थान के जयपुर से आरोपी को गिरफ्तार किया है।
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बताया जा रहा है कि लोन के नाम पर ठगी करने वाले मुख्य आरोपी आंध्रा बैंक मैनेजर राजकुमार मीणा को संयोगितागंज पुलिस ने गिरफ्तार किया बिल्डर भाइयों के साथ मिलकर बैंक मैनेजर द्वारा चाय वाले सहित कई लोगों के साथ लोन के नाम पर ठगी की थी। संयोगितागंज थाना क्षेत्र में स्थित आंध्रा की छावनी शाखा बैंक के बैंक मैनेजर राजकुमार मीणा द्वारा गुरदीप सिंह चावला रणवीर सिंह चावला सहित अन्य लोगों के साथ मिलकर बैंक लोन दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की गई थी। जिसको लेकर संयोगितागंज थाने पर आरोपी के खिलाफ अलग-अलग फरियादियों द्वारा पांच एफआईआर 2019 में दर्ज कराई गई थी, जिसके बाद से ही आंध्रा बैंक का मैनेजर राजकुमार मीणा फरार था। इंदौर क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि आरोपी राजस्थान के जयपुर में रह रहा है जिसके बाद इंदौर क्राइम ब्रांच और संयोगितागंज थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए आरोपी बैंक मैनेजर को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
बताया जा रहा है कि बैंक मैनेजर राजकुमार मीणा, गुरदीप सिंह चावला रणवीर सिंह चावला और उनके अन्य साथियों ने चाय का ठेला लगाने वाले, स्क्रिप्ट राइटर सहित अन्य लोगों के साथ लोन दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी की थी। जिसके बाद से ही बैंक मैनेजर राजकुमार मीणा फरार था। फिलहाल संयोगितागंज पुलिस बैंक मैनेजर राजकुमार मीणा को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है, बैंक मैनेजर द्वारा पूछताछ में और भी करोड़ों रुपए के लोन घोटाले सामने आने की संभावनाएं व्यक्त की जा रही है।
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संयोगितागंज थाना प्रभारी तहजीब काजी ने बताया रिमांड के मुख्य आरोपी से पूरे मामले में कड़ी पूछताछ की जाएगी और 40 हजार इनामी बैंक मैनेजर के अन्य साथियों का भी पता लगाया जा रहा है।