इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। इंदौर में 12 सितंबर को बोरे में बंद मिली लाश के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। आरोपी कोई और नहीं बल्कि मृतक की तीसरी पत्नी ही निकली, पुलिस ने मृतक की शिनाख्त कर उसकी पत्नी और प्रेमी को गिरफ्तार किया है। पति की हरकतों से तंग आकर 2 पत्नियां उसे छोड़कर चली गई थीं। 15 साल छोटी तीसरी पत्नी ने भी प्रताड़ना से तंग आकर उसे मौत के घाट उतार दिया। हालांकि इस घटना को अंजाम देने में मृतक के भांजे ने ही उसका साथ दिया।
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एरोड्रम इलाके में 12 सितंबर की सुबह पुलिस को स्कीम नंबर 155 के खाली प्लाट में लाश पड़ी होने की सूचना मिली। लाश सफेद बोरे में बंद थी। पुलिस ने बोरा खोला तो लाश के हाथ और पैर कपड़े की करतन से बंधे थे। कतरन देखकर अधिकारियों ने अनुमान लगाया कि हत्या वाली जगह या मृतक दोनों में से किसी ना किसी का सिलाई के काम से कनेक्शन है। सोशल मीडिया पर मृतक के फोटो वायरल होने के बाद उसके बड़े भाई आत्माराम ने पहचान पप्पू उर्फ देवेंद्र पुत्र मुन्ना लाल अग्रवाल के रूप में की। आत्माराम ने सबसे पहले पप्पू की पत्नी नेहा और भांजे विक्की पर आरोप लगाया। जिसके बाद पुलिस दोनों की तलाश में जुट गई। जब पुलिस इनके घर पहुंची तो दोनों फरार मिलें। लेकिन बाद में रिश्तेदार के यहां से उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़ी गई पत्नी ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश की रहने वाली है, मृतक की पहले दो पत्नियाँ उसे छोड़कर चली गई थी, आरोपी महिला के पहले पति की सड़क हादसे में मौत हो गई थी जिसके बाद पप्पू से उसकी शादी हो गई लेकिन शादी के एक साल बाद ही पप्पू ने जमकर मारपीट करनी शुरू कर दी, जिसके चलते महिला अलग रहने लगी लेकिन उसके बावजूद पप्पू उसके घर जाकर उसके साथ मारपीट करता था, इसी से परेशान होकर महिला ने मृतक के भांजे के साथ मिलकर ही पप्पू को मौत के घाट उतार दिया।