कैलाश विजयवर्गीय ने क्वारेंटाइन सेंटर में सुनाए मधुर नगमें, म्यूजिकल थैरेपी से राहत पहुंचाने की कोशिश

इंदौर/आकाश धोलपुरे

कहते है सुरों की मधुर तान जब छिड़ती है तो व्यक्ति बड़े सा बड़ा दुःख भूल जाता है। इंदौर (indore) में भी सुरों की ऐसी ही तान छेड़ी गई और सुनने वाले वो लोग थे जो क्वारंटाइन सेंटर (quarantine center) में कोरोना के दर्द को भुलाकर जीवन के रंगो में खुशियों के समंदर को समेटना चाह रहे थे।


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न्यूज डेस्क, Mp Breaking News

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