इंदौर।
समाज के मूल्यों में परिवर्तन आया है। उससे पत्रकारिता का क्षेत्र भी प्रभावित हुआ है। अब वह मानवीय मूल्यों के बजाय उपभोक्ता मूल्यों पर अधिक केन्द्रित है पर इसका यह अर्थ नहीं है कि सब कुछ समाप्त हो गया है। एक छोटा सा दीपक भी अंधेरे को मिटाने के लिए काफी होता है। हमें सबको मिलकर कुछ ऐेसा करना होेगा जिससे पत्रकारिता एक अच्छे समाज बनाने की सहयोगी बन सके।
उक्त विचारों का यह निष्कर्ष प्रजा पिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के मीडिया प्रभाग के पूर्व प्रथम राष्ट्रीय अध्यक्ष एवम् इंदौर जोन के निदेशक स्वर्गीय ब्रह्माकुमार ओमप्रकाशभाईजी की तृतीय पुण्य तिथि के अवसर पर ज्ञानशिखर सभागार में ‘मूल्य आधारित मीडिया, संभावना और चुनौतियां’ विषय पर आयोजित मीडिया संवाद कार्यक्रम में व्यक्त विचारों का रहा।
दैनिक समाचारपत्र पत्रिका के सम्पादक अमित मंडलोई ने कहा कि हमें सिर्फ पतन हो जाने पर ही अपनी चर्चाएं केन्द्रित नहीं रखना चाहिये ।हम यह भी देखें कि क्या अच्छा हुआ है। एक व्यक्ति की सकारात्मकता भी अनेक हो जाने की संभावना उसी तरह से रखती है जैसे अंधकार को मिटाने के लिए एक दीपक की उपस्थिति ही काफी होती हैं।
कुशाभाऊ ठाकरे राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. मानसिंह परमार ने कहा कि पत्रकारिता को अपना उत्तरदायित्व समझना चाहिये। इसके लिए गीता में कई एैसे वचन है जो पत्रकारिता के उद्देश को लेकर सही मायने में रास्ता बताने मे समर्थ है। मीडिया शिक्षा से आजकल नई पीढीं को पत्रकारिता का ज्ञान मिल रहा है यह बात संतोषजनक है।
मुख्य क्षेत्रीय समन्वयक इंदौर क्षेत्र की ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में पत्रकारों में बढ रहे तनाव तथा अन्य मनो-शारीरिक रोगों के निवारण के लिए राजयोग को सबसे कारगर उपाय बतलाते हुए कहा कि इससे उनमें अपने सामने आने वाल पतिकूल परिस्थितियों का सामना करने की शक्ति भी प्राप्त होगी। मूल्यानुगत मीडिया के सम्पादक एवं वरिष्ठ पत्रकार प्रोफेसर कमल दीक्षित ने मूल्य आधारित मीडिया को समय की जरूरत बताया और कहा कि यदि यह मान लिया गया है कि पत्रकारिता केवल व्यवसाय ही है तो आने वाला समय बाजार और उपभोक्ता मूल्यों पर आधारित ही होगा तथा ऐसे मूल्यों से बचा नही जा सकेगा। स्वराज्य एक्सप्रेस के वरिष्ठ विशेष संवाददाता पुष्पेंद्र वैद्य ने अपने उद्बोधन में कहा की, आज हर दिन पत्रकारिता के सामने नई चुनौंतियाँ आ रही है, पत्रकारिता को ग्लॅमरल, पैसा, कमिशन के रूप में देखने वाले लोग आ रहे है, इससे सच्ची पत्रकारिता खतरें में है, पत्रकारिता में वह जुनन अगर हो तो निश्चित ही आज के संवाद का उद्देश सफल होगा। इसी कार्यक्रम में संबोधित करते हुए जनसंचार विभाग अध्यक्ष तथा रजिष्ट्रार माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल संजय द्विवेदी ने कहा की मीडिया के बारें में अतिरिक्त चिंतायें जताई जा रही है, मैं समझता हुं कि सब कुछ नष्ट नहीं हुआ है, हमें धेर्य सें पत्रकारिता में जो नकारात्मक बातें आ रही है उसका मुकाबला करना चाहिए।
ब्रह्माकुमारीज् मीडिया प्रभाग की गतिविधीयों का परिचय माऊंटआबु के ओमशान्ति मीडिया के संपादक ब्रह्माकुमार गंगाधर ने देते हुए कहा की मीडिया में मूल्यों का प्रवाहन हेतु मीडिया प्रभाग की स्थापना की गई। उसके लिए माऊंट आबू से नित्य नवीन कार्यक्रकमों का उपक्रमों का आयोजन किया जाता है। मूल्यानुगत मीडिया अभिक्रम समिति का परिचय जलगांव कवयित्री बहिणाबाई चैधरी उत्तर महाराष्ट्र विश्व विद्यालय के पत्रकारिता विभाग के डॉ. सोमनाथ वडनेरेने देते हुए कहा कि समूचे भारत वर्ष में प्रथम बार मीडिया में मूल्यों का प्रवाहन हेतु काम करने वाली संभवत यह प्रथम संस्था है। इंदौर प्रेस क्लब के अध्यक्ष अरविंद तिवारी ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि मीडिया को सदैव प्रोत्साहित करने वाले भ्राता ओमप्रकाशभाईजी के पुण्यस्मरण देने हेतु मीडिया संवाद का आयोजन करना ही उनको सही अर्थ से विशेष श्रद्धांजली होगी।
कार्यक्रम में राजयोग की योगानुभूति भोपाल की ब्रह्माकुमारी डा. रिना बहन ने करवाई। कृष्ण गौड़, प्रधान संपादक चरैवेति ने मूल्यानुगत मीडिया अभिक्रम की स्थापना का इतिहास बतायातथा मीडिया संवाद के निष्कर्ष वरिष्ठ पत्रकार जीवन साहू ने प्रस्मुत किया। आयोजित संवाद कार्यक्रम में आभार प्रकट मूल्यानुगत मीडिया के अध्यक्ष संदीप कुलश्रेष्ठ, उज्जैन ने किया तथा मंच संचालन ब्रह्माकुमारी अनिता बहनजी इंदौर ने किया।