Indore News: देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में छात्रों की समस्याओं को लेकर विरोध प्रदर्शन, परीक्षा निंयत्रक को सौंपा लिखित ज्ञापन

छात्रों के विरोध प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही नजदीकी थाने की पुलिस ने विश्वविद्यालय कैंपस में पुलिस बल तैनात की। वहीं परीक्षा नियंत्रक डॉ. अशेष तिवारी ने छात्र नेता से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना।

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Indore News: इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में छात्रों के हित में छात्र नेता अलग-अलग अंदाज में अपनी बात को अधिकारियों के सामने रखते आएं हैं। इसी सिलसिले में छात्र नेता अमन पटवारी ने मंगलवार को खामोश विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने आरएनटी मार्ग परिसर के मुख्य परिसर पर अपने साथियों के साथ विरोध प्रदर्शन के लिए बैठ गए। इस दौरान छात्र नेता अमन पटवारी ने परीक्षा नियंत्रक अशेष तिवारी को लिखित ज्ञापन सौंपते हुए छात्र हित में फैसला लेने की बात कही। अमन पटवारी ने अपनी तरफ से छात्रों की समस्या को बताते हुए कहा कि परीक्षा फॉर्म भरने में छात्रों को आ रही परेशानी को दूर करें।

छात्रों की समस्याओं के निराकरण की बात कही

छात्रों के विरोध प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही नजदीकी थाने की पुलिस ने विश्वविद्यालय कैंपस में पुलिस बल तैनात की। वहीं परीक्षा नियंत्रक डॉ. अशेष तिवारी ने छात्र नेता से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना। इस दौरान उन्होंने लिखित ज्ञापन लेकर समस्याओं को निराकरण करने की बात कही। मीडिया से बात करते हुए छात्रों की समस्याओं को लेकर डॉक्टर तिवारी ने कहा कि एनइपी के तहत होने वाली परीक्षाओं की फार्म भरने की तारीखों को दो बार बढ़ाया गया आगे भी छात्र हित में फार्म भरने की तारीख बढ़ाने का इरादा है। साथ ही कहा कि अगर विश्वविद्यालय की गलती होगी तो छात्रों से लेट फीस भी नहीं लिया जाएगा।

इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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