इंदौर, आकाश धोलपुरे। इंदौर (Indore) के दिहाड़ी मजदूर की मौत पर बवाल मच गया है। दरअसल, मजदूर की अकाल मौत पर अखिल भारतीय श्री बलाई महासंघ ने जमकर विरोध जताया और इंदौर कलेक्टर कार्यालय (Indore Collector Office) में बाहर धरना देकर जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
दरअसल, 24 नवंबर (November) मंगलवार को खरगोन निवासी प्रवासी मजदूर बबलू पिता सुखदेव निवासी ओमेक्स सिटी द्वारा निर्माणाधीन मकान में मजदूरी करते वक्त बिल्डर की मौजूदगी में सेफ्टी टैंक में उतारा गया इसी दौरान गड्ढे में से गाद निकालने के दौरान जेसीबी द्वारा गड्ढे में मिट्टी डाल दी गई जिसमें दब जाने से मजदूर की मौत दम घुटने से हो गई और इस दौरान मजदूर को निकालने की बजाय मौके से बिल्डर और जेसीबी का ड्रायवर भाग निकला जिसके बाद पत्नि और बच्चे चिल्लाते रहे तब अन्य मजदूरों की मदद से जैसे तैसे मृतक मजदूर को निकाला जा सका। मृतक मजदूर के परिवार में पत्नि के अलावा 3 बच्चे है जिनको मदद और इंसाफ दिलाये जाने को लेकर बलाई महासंघ ने जमकर प्रदर्शन किया और इंदौर जिला कलेक्टर (Indore Collector) के नाम ज्ञापन सौंपा।
इस मौके पर दलितों की अगुआई करने वाले बलाई महासंघ में अध्यक्ष मनोज परमार ने बताया कि मृतक के जाने के बाद परिवार लावारिस हो गया है ऐसे उनके जीवन यापन लें और सरकार 4 लाख की रुपये की मदद करें।वही तहसीलदार सुदीप मीणा ने बताया कि बलाई समाज की जो मांग है उसे कलेक्टर को अवगत कराकर हर संभव मदद के प्रयास किये जायेंगे।
‘जय भीम के नारे’ लगाकर हाथो में संविधान निर्माता की तख्तियां लेकर प्रदर्शन कर ज्ञापन देने पहुंचे बलाई समाज के समाजजनों ने जमकर नारेबाजी कर प्रशासन को चेताया है कि मजदूर की मदद के साथ ही दोषियों पर कार्रवाई की जाए।