इंदौर। आकाश धोलपुरे| प्रदेश मंत्रिमंडल के विस्तार के साथ ही भाजपा सदस्यता ग्रहण अभियान भी गुरुवार को भोपाल में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में इंदौर के अनेक पूर्व कांग्रेसी पदाधिकारी और नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। दरअसल, सभी कांग्रेसियों का जहाँ प्रदेश में भरोसा ज्योतिरादित्य सिंधिया पर है तो शहर में मंत्री तुलसी सिलावट पर। लिहाजा भाजपा में शामिल होने के बाद अब तक कई बड़े कांग्रेस नेता इस्तीफा दे चुके है। बता दे कि शहर कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष प्रमोद टण्डन ने लॉक डाउन के दौर में ही एक्सीलेटर दबा दिया और इसके बाद कार्यकर्ताओ सहित अन्य नेता भी बीजेपी में शामिल हो रहे है। कल कांग्रेस को उस वक्त एक बड़ा झटका लगा जब इंदौर में विधानसभा नम्बर 2 ने सीधे बीजेपी के बड़े नामो को चुनौती देते आ रहे मोहन सेंगर ने बीजेपी का दामन थाम लिया। ना सिर्फ सेंगर ने कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है बल्कि दो में शहर कांग्रेस कमेटी के पूर्व कोषाध्यक्ष लकी अवस्थी, वरिष्ठ नेता और पूर्व पार्षद विपिन खुजनेरी, कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष पवन जयसवाल और बड़ी संख्या में उनके समर्थको ने भाजपा की सदस्यता ली।
बीजेपी में शामिल हुए इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी के पूर्व कोषाध्क्ष लक्की अवस्थी ने बताया कि हमारे नेता तुलसी सिलावट के नेतृत्व में हम सभी सिंधिया जी के समक्ष भाजपा में शामिल हुए है। इंदौर में जिस तरह से कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मन बदल रहा है उससे कांग्रेस की चिंता जरूर बढ़ गई है| क्योंकि कई नेताओं का विश्वास तुलसी सिलावट और ज्योतिरादित्य सिंधिया पर इस कदर है कि सालों बिना सत्ता के लालच में आये कांग्रेसियों ने अचानक बीजेपी में शामिल होने का मन बना लिया है और आने वाले समय मे कई और कांग्रेसी, बीजेपी में शामिल हो सकते है| क्योंकि सियासी गलियारों में तो ये चर्चा आम हो गई है कि अब कुछ नही बस महाराज और बीजेपी। हालांकि बावजूद इसके कांग्रेस इंदौर में लगातार अपने संगठन को मजबूत करने की कोशिश में जुटी हुई है और युवाओ को उम्मीद है कि अब वो फ्रंट लाइनर के तौर पर कांग्रेस की अगुआई करेंगे।