इंदौर, आकाश धोलपुरे। आमतौर पर कोई भी शख्स पुलिस थाने की दहलीज पर चढ़ने में सकपकाता है कई दफा तो खाकी का खौंफ इस कदर रहता है कि आम आदमी पुलिस से बात करने में भी कतराता है। वही इससे परे एक मासूम को थाने और खाकी से एक ही दिन में इस कदर प्यार हो गया कि जब घर से गुम मासूम को उसके घर वाले लेने आये तो घर जाने से इंकार कर रोने लगा। हालांकि अंत मे पुलिस की समझाइश के बाद मासूम अपने परिजनों के साथ घर के लिए रवाना हुआ।
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दरअसल, ये पूरा मामला इन्दौर का है। जहां जागरूक अभियान के तहत पुलिस ने घर से रास्ता भटककर गुम हुए नाबालिग बच्चे को माता – पिता के सुपर्द किया। पुलिस की तत्परता से की गई कार्रवाई के चलते परिवार ने पुलिस के कार्य की प्रशंसा कर आभार माना। वहीं बच्चा पुलिस से इतना घुल मिल गया की वह परिवार के पास जाने में भी रोने लगा मुश्किल से पुलिस ने समझा बुझाकर बच्चे को उसके परिजनों के हवाले किया।
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दरअसल, इंदौर की विजय नगर पुलिस को जब सूचना मिली कि एक बच्चा सड़क किनारे रो रहा है। तब तत्परता दिखाते हुए डायल 100 के कांस्टेबल कस्तूरी मीणा मौके पर पहुंचे। इसके बाद बच्चे से पूछताछ करने के बजाय पुलिस ने मासूम से दोस्ती की। इसके बाद बच्चे को पुलिस थाने में लाया गया और उसे पोहा जलेबी खिलाकर पूछताछ की तो पता चला कि बच्चे का नाम आर्या उर्फ आदि हैं और वह विजय नगर इलाके में ही रहता है। आर्या के पिता प्राइवेट नौकरी करते हैं।सुबह के वक्त वह जल्दी ड्यूटी के लिए निकल गए थे उसी दौरान घर का दरवाजा खुला रह गया।तब बच्चा घर से बाहर निकल गया और रास्ता भटक कर डर कर सहमे हुए रोने लगा। वही मॉर्निग वॉक पर निकले लोगो ने बच्चे को रोते देखा तो पुलिस को सूचना दी गई। इसके बाद पुलिस मासूम को कस्टडी में रख सोशल मीडिया के जरिये कुछ ही समय मे परिजनों को खोज निकाला।
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विजयनगर थाना प्रभारी तहजीब काजी के मुताबिक सूचना के बाद पुलिस जवान मौके पर पहुंचे तब बच्चा डरा हुआ था। उसे थाने लाकर पोहे जलेबी खिलाये गए साथ ही कई गेम खेले और प्रेमपूर्वक बात की। तब जाकर बच्चे ने परिवार के बारे में जानकारी दी वही दूसरी ओर सोशल मीडिया ने भी कमाल कर दिखाया। इस दौरान चौंकाने वाली बात ये सामने आई कि बच्चा पुलिस के व्यवहार से इतना खुश हुआ की वह घर जाने को भी राजी नहीं हो रहा था। हालांकि बाद में पुलिस ने ही बच्चे को समझाइश देकर परिजनों के साथ घर रवाना किया।