इंदौर| आधुनिकता की अंधी दौड़ में भागती हुई मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में अब अपराध और अपराधियों की सोच भी हाईटेक हो चली और इसी का परिणाम है कि कोई भी, किसी को भी मौत के घाट उतारने के लिए तैयार रहता है। इंदौर में हत्या की एक ऐसी वारदात सामने आई है जो प्रेम संबंधों की डोर की उलझनों की हकीकत को बयां करती है।
दरअसल, हत्या की ताजा घटना शहर के बाणगंगा थाना क्षेत्र की है जहां एक महिला ने अपने पूर्व प्रेमी जिसके साथ उसने जीने मरने की कसमें खाई थी उसे अपने वर्तमान प्रेमी या कहे वर्तमान पति और अपने सगे भाई के साथ मिलकर मौत के घाट उतार दिया। हत्या के पीछे की वजह पुलिस बता रही है कि मृतक, महिला के वर्तमान पति और उसकी पूरी कालोनी में बदनाम कर रहा था जिससे परेशान होकर महिला व उसके पति और उसके भाई ने उसे योजनाबद्ध तरीके से मौत के घाट उतार दिया।
प्रेम संबंधों के उलझे जाल की दास्तां लगभग 7 साल पहले शुरू होती है जिसमे मृतक प्रमोद सिंह पिता अर्जुन राजपूत उम्र 46 साल निवासी साकेत धाम एरोड्रम रोड़ की पत्नी का निधन हो जाता है और उसके जीवन मे नेहा उर्फ खुशबू नामक महिला आ जाती है। नेहा नामक महिला 3 साल तक प्रमोद के साथ जीने मरने की कसमें खाने के साथ ही उसके जीवन का अहम हिस्सा बन जाती है लेकिन इसके बाद नेहा को रिश्ता नागवार गुजरता है और नेहा को आर्यन उर्फ रितेश दीवान नामक युवक से प्यार हो जाता है। बीते 4 साल से आर्यन का दामन थामकर नेहा लिव इन मे रहने लगी और उसे अपना पति बताकर उसके घर में रहने लगी। नेहा के दोनों संबंध की जानकारी उसके भाई नवीन पिता दीपचंद कुशवाह निवासी अपोलो नर्सिंग होम क्षेत्र को हमेशा रही। अब हुआ यूं कि शनिवार 14 दिसम्बर को नेहा अचानक फोन कर उसके पुराने प्रेमी को बाणगंगा थाना क्षेत्र के रेल्वे गोदाम पोलोग्राउंड पर बुलाती है। जहां पत्थर से पूर्व प्रेमिका नेहा उसका पति आर्यन और नेहा का भाई नवीन पूर्व प्रेमी को सिर पे वार पर वार कर उसे खत्म कर देते है। इसके बाद मृतक का वाहन और मोबाइल सहित अन्य सामान पास की झाड़ियों में छिपा देते है। पुलिस को जब सूचना मिलती है कि कोई शव रेल्वे गोदाम क्षेत्र में पड़ा है तब पुलिस शिनाख्ती के मृतक प्रमोद के हाथ पर लिखे नम्बर पर फ़ोन लगाती है जिसके बाद मृतक का बेटा गोलू सामने आकर बताता है कि उसकी हत्या नेहा, आर्यन और नवीन ने की है।
बेटे ने लगाया रुपए ऐठने का आरोप
मृतक के बेटे गोलू का आरोप है कि नेहा उसके पिता के साथ घर पर रहती थी और पिता के छोड़ने के बाद वो अक्सर उनसे किसी भी बहाने से रुपए ऐंठती थी। इधर, पुलिस ने महज 12 घण्टे में कत्ल की गुत्थी सुलझाकर तीनो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जहां आरोपियों ने हत्या की वारदात करना कबूल लिया। वही नेहा और उसके वर्तमान पति ने पुलिस को बताया कि मृतक प्रमोद राजपूत नेहा को बदनाम करता था जिससे तंग आकर उन्हें ये रास्ता अपनाना पड़ा। हालांकि मामले में तीनो हत्यारे अब सलाखो के पीछे है लेकिन प्रेम सम्बन्धों के मायाजाल पर पुलिस के खुलासे शहर भर सनसनी फैल गई क्योंकि आधुनिक हो चुके इंदौर में रिश्ते की डोर भी हाईटेक हो चली है जिसकी नीव मजबूत नही बल्कि मजबूर दिखाई पड़ती है।