ग्वालियर, अतुल सक्सेना। आने वाली फसल के लिए किसानों को पानी पर्याप्त मात्रा में मिले और सभी गांवों को हरसी हाईलेवल नहर प्रणाली का लाभ मिले ये निर्देश ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा के विधायक और प्रदेश के उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाह (Bharat Singh Kushwah) ने ग्वालियर में जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की बैठक में दिए।
शनिवार को ग्वालियर के व्हीआईपी सर्किट हाउस मुरार में आयोजित बैठक में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार भारत सिंह कुशवाह (Bharat Singh Kushwah) ने ग्रामवार सिंचाई सुविधा की समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि मुरार विकासखण्ड के लगभग 100 गाँवों में से 70 गाँवों में हरसी हाईलेवल नहर प्रणाली से सिंचाई हो रही है। शेष 30 गाँवों के बचे हुए रकबे को सिंचित करने के लिये जल्द से जल्द कार्ययोजना को अंतिम रूप देने के निर्देश श्री कुशवाह ने बैठक में दिए। साथ ही भरोसा दिलाया कि इस कार्ययोजना को पूरा करने के लिये धनराशि की कमी नहीं आने दी जायेगी।
राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार भारत सिंह कुशवाह (Bharat Singh Kushwah) ने अधिकारियों से कहा कि जिस तरह मुरार विकासखण्ड में सड़कों का जाल बिछाया गया है। उसी तर्ज पर अब इस क्षेत्र के शत-प्रतिशत गाँवों में हरसी हाईलेवल नहर प्रणाली के जरिए सिंचाई सुविधा मुहैया कराई जायेगी। उन्होंने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की बैठक में कहा कि मुरार विकासखण्ड के शेष गाँवों को हरसी हाईलेवल नहर प्रणाली से जोड़ने के लिये मौजूदा वित्तीय वर्ष में ही सरकार से धनराशि उपलब्ध कराई जायेगी। उन्होंने निर्देश दिए कि सिंचाई की ऐसी कार्ययोजना बनायें, जिससे मुरार विकासखण्ड के हर खेत तक हरसी हाईलेवल नहर का पानी पहुँचे।
राज्य मंत्री ने कहा कि जल संसाधन विभाग के सहायक यंत्री व उपयंत्री मुरार विकासखण्ड में हर गाँव का सर्वे कर यह पता लगाएँ कि वर्तमान में कितने रकबे में हरसी हाईलेवल नहर प्रणाली का पानी नहीं पहुँचता है। सर्वे के बाद ऐसी कार्ययोजना तैयार करें, जिससे मुरार विकासखण्ड के हर खेत तक हरसी हाईलेवल नहरों से सिंचाई हो सके। राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह (Bharat Singh Kushwah) ने टिकटोली जल वितरण प्रणाली का काम जल्द से जल्द शुरू करने पर भी विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा हरसी हाईलेवल नहर प्रणाली से जुड़ी टिकटोली सिंचाई परियोजना के पूरे होने पर लगभग 20 गाँवों की लगभग 2500 हैक्टेयर जमीन सिंचित होगी। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि सिंचाई सुविधा से वंचित शेष अन्य 10 गाँवों को भी हरसी नहर प्रणाली से जोड़ने का काम भी साथ-साथ में कराए जाएं।