जबलपुर, संदीप कुमार। स्व विधानसभा अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी रोहाणी के करीबी और 400 करोड़ रुपयों की अनुपातहीन संपत्ति के आरोपी, पीएचई के रिटायर्ड इंजीनियर सुरेश उपाध्याय और उसके बेटे सचिन उपाध्याय के खिलाफ EOW ने जांच पूरी कर ली है. जिसके बाद इस मामले में पीएचई इंजीनियर सुरेश उपाध्याय के लड़के सचिन उपाध्याय को जेल भेजा दिया गया है।
आय से अधिक संपत्ति के इस बहुचर्चित मामले में EOW ने रिकॉर्ड टाईम में जांच करते हुए अपनी चार्जशीट अदालत में पेश कर दी है. जबलपुर में EOW की विशेष अदालत ने आरोपी इंजीनियर सुरेश उपाध्याय और उसके बेटे सचिन उपाध्याय के खिलाफ गिरफ्तारी वारेंट भी जारी किया था.आज जब EOW ने मामले की चार्जशीट पेश की तो आरोपी इंजीनियर तो पेश नहीं हुआ लेकिन उसके बेटे सचिन उपाध्याय ने अदालत में पेश होकर अपनी जमानत की अर्जी दाखिल कर दी.
EOW कोर्ट ने आरोपी इंजीनियर के बेटे और सहआरोपी सचिन उपाध्याय की जमानत खारिज कर दी और उसे 15 दिनों की ज्यूडीशियल कस्टडी में जेल भेज दिया. वहीं आरोपी इंजीनियर सुरेश उपाध्याय की भी तलाश EOW द्वारा की जा रही है।गौरतलब है कि सुरेश उपाध्याय की पत्नी और सचिन उपाध्याय की मां अनुराधा उपाध्याय भाजपा नेत्री है, जो बीजेपी की टिकट पर कजरवारा की पार्षद भी रह चुकी हैं.सुरेश उपाध्याय पीएचई विभाग में इंजीनियर रहते हुए रिटायर हुए थे.
बीती 25 जून 2019 को जबलपुर EOW ने शिकायतों के बाद उपाध्याय के घर और दफ्तरों में छापामार कार्रवाई की थी, जिसमें 400 करोड़ से भी ज्यादा अनुपातहीन संपत्ति उजागर हुई थी. छापामार कार्रवाई के बाद उपाध्याय के घर से कई किलो सोना, ढाई करोड़ कैश, कई मकान-फ्लैट, गाड़ियां और 300 एकड़ से ज्यादा जमीन के दस्तावेज बरामद हुए थे. इस मामले में EOW ने रिटायर्ड इंजीनियर सुरेश उपाध्याय और उसके बेटे सचिन उपाध्याय को आरोपी बनाया था.फिलहाल चार्जशीट पेश होते ही EOW ने कोर्ट में आरोपी इंजीनियर के बेटे सचिन उपाध्याय को 15 दिनों की ज्यूडीशियल कस्टडी में जेल भेज दिया है. जबकि EOW की जबलपुर विंग आरोपी इंजीनियर सुरेश उपाध्याय की तलाश कर रही है।