जबलपुर, संदीप कुमार। देश में लगातार बढ़ते कोरोना के केस को देखते हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने इस साल पटाखे फोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है। खासकर वह शहर जहां पर की एयर कनेक्टिविटी इंडेक्स बड़ी हुई है। जबलपुर भी ऐसा ही शहर है जहां पर की इंडेक्स बढ़ा हुआ है, लिहाजा जबलपुर कलेक्टर ने पटाखे फोड़ने और पटाखे की दुकान लगाने पर अचनाक ही प्रतिबंध लगा दिया है।
जबलपुर शहर में लगी दुकानों को करवाया गया बंन्द
कलेक्टर करवीर शर्मा के आदेश पर जबलपुर शहर में लगी तमाम दुकानों को पुलिस प्रशासन ने मिलकर बंद करवा दिया है, लिहाजा इस को देखते हुए पटाखा व्यापारियों में खासा आक्रोश भी नजर आ रहा है। पटाखा व्यापारियों का कहना है कि पहले तो प्रशासन ने फटाखे की दुकान लगाने का लाइसेंस दिया और उसके बाद बिना सूचना दिए ही दुकान बंद करवाई जा रही है जो कि पूरी तरह से गलत है। हालांकि इस दौरान पटाखा व्यापारियों ने प्रशासन से यह जानने की कोशिश भी की आखिर अचानक से इस तरह का निर्णय क्यों लिया जा रहा है पर इस को लेकर प्रशासन के6 अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए।
शहर में नहीं ग्रामीण क्षेत्र में लगा सकते हैं दुकान
पटाखा व्यापारियों का कहना है कि जबलपुर जिला प्रशासन ने अचानक से जो आदेश निकाले हैं उस आदेश में कहा जा रहा है की कोरोना की बढ़ती संख्या को देखते हुए और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश अनुसार पटाखे की दुकान सिर्फ ग्रामीण क्षेत्र में ही लगाई जा सकती है। जबकि शहरी क्षेत्र में दुकान लगाने पर कलेक्टर ने प्रतिबंध लगाया हुआ है। लेकिन अचानक ही इस आदेश के आने के बाद पटाखा व्यापारी सकते में है।
मंगलवार को निगम ने लिया टैक्स और बुधवार को बंद कराई दुकानें
पटाखा व्यापारियों का कहना है कि जबलपुर नगर निगम ने दुकान लगाने के लिए शहर के गोल बाजार में बाकायदा अनुमति दी थी और उसके बाद निगम ने टैक्स भी वसूला जिसके बाद तमाम पटाखा व्यापारियों ने अपनी दुकान को सजाने के लिए 2 दिन लगा दिए। लेकिन बुधवार को अचानक ही प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस गोल बाजार पहुंचती है और उनके दुकान बंद करवा देती है जबकि इससे पहले प्रशासन के द्वारा कोई भी सूचना नहीं दी गई।
भाजपा प्रतिनिधि मंडल करेगा कलेक्टर से मुलाकात
एनजीटी की रिपोर्ट के बाद जिला प्रशासन द्वारा अचानक शहर के पटाखा व्यपारियों की दुकानों को बंद कराये जाने पर भाजपा का प्रतिनिधिमंडल गुरूवार को कलेक्टर से मिलकर चर्चा करेगा। भाजपा नगर अध्यक्ष के मुताबिक दीपावली जैसे सबसे बड़े त्यौहार पर जबलपुर के पटाखा व्यापारी प्रतिवर्ष पूंजी लगाकर व्यापार करते है और इस बार भी उन्होंने अपनी दुकानों को खोला था किंतु अचानक उनकी दुकानों को बंद कराये जाने से व्यापारियों को बड़ा नुकसान होगा इस हेतु भाजपा का प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर से उनकी समस्या को हल करने चर्चा करेगा।