जबलपुर, डेस्क रिपोर्ट। और आखिरकार मौलाना साहब मान गए, और उन्होनें समाज के लोगो से घरों में ही रहकर इबादत करते हुए ईद मिलाद-उन-नबी का त्योहार मनाने की अपील की है। दरअसल मुफ़्ती ए आजम मध्य प्रदेश मौलाना हजरत मोहम्मद हामिद सिद्दीकी और उनके साथ आए प्रतिनिधियों ने कुछ दिनों पहले प्रशासन के साथ हुई बैठक में साफ कर दिया था कि अब तक हमनें भी सहयोग किया है और कोरोना से निपटने न सिर्फ प्रशासन की मदद की बल्कि त्योहार भी घर में रहकर ही मनाए लेकिन इस बार चाहे लाठी चले या गोली ईद मिलाद उन नबी पर जुलूस निकाला जाएगा, उनके इस बयान ने प्रशासन के लिए परेशानी खड़ी कर दी थी, हालांकि उन्हें और साथ आये प्रतिनिधियों को समझाने का प्रयास किया गया था लेकिन इसके बावजूद जुलूस निकालने की बात पर वह अड़े रहे।
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लेकिन अब प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हुई गुप्त बैठक में आख़िरकार मौलाना हजरत मोहम्मद अहमद ने उनकी बात मान ली और जुलूस निकालने का फैसला बदलते हुए मुस्लिम समाज से अपील कर दी कि घरों में ही ईद मिलाद-उन-नबी मनाए, कोरोना खत्म नही हुआ तो ऐसे में त्योहार घर मे मनाए और दुआ करे कि अगली बार जरूर हालात पहले जैसे हो तब फिर त्योहार को सामूहिक रूप से मनाया जाएगा, उन्होंने इसका वीडियो भी जारी किया।
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मुफ्ती-ए-आजम ने शहर और प्रदेशवासियों को मिलाद-उन-नबी की दिली मुबारकबाद देते हुये कहा है कि कोरोना संक्रमण में आई कमी को देखते हुये इस बार त्यौहारों को मनाने के लिये पिछले वर्ष के मुकाबले कुछ ज्यादा छूटें मिली हैं, इन छूटों को ध्यान में रखकर ही हमें ईद मिलाद-उन-नबी का त्यौहार मनाना होगा, हम इस त्योहार को पूरे उत्साह के साथ अपने घर एवं मोहल्ले में मनायें, अकीदत और मुहब्बत का इजहार करें तथा एक दूसरे को मुबारक बाद दें, लेकिन कहीं भी जुलूस की शक्ल में न निकलें।
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पहली बैठक में मौलाना हजरत हामिद अहमद सिद्दीकी ने कड़े शब्दों में प्रशासन को चेतावनी दे डाली थी, जिसे प्रशासन ने भी चुनौती समझा और फिर दूसरी बैठक हुई जिसमें प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ही शामिल हुए उन्होंने मुफ़्ती ए आजम मध्यप्रदेश को कुछ ऐसे समझाया कि बैठक के बाद उनके तेवर बदले और उन्होंने त्योहार घर में ही मनाने की अपील कर डाली।
कहा जाता है कि पैगंबर मोहम्मद साहब का जन्म मक्का में इस्लामिक कैलेंडर के तीसरे माह की 12वीं तारीख को हुआ था। उनके जन्मदिन को मिलाद उन-नबी के नाम से बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है फिलहाल इस साल इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार 19 अक्टूबर को ईद मिलाद उन-नबी का त्योहार मनाया जाएगा।