मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश का असर अब बांधों पर दिखाई देने लगा है। नदी-नाले उफान पर हैं। दरअसल, जबलपुर का मशहूर बरगी बांध पूरी तरह भर गया है। शुक्रवार की सुबह बांध का जलस्तर 422.76 मीटर दर्ज किया गया, जो कि इसकी 3180 एमसीएम की क्षमता के बराबर है। ऐसे में डैम पूरी तरह से फुल हो चुका, जिसे देखते हुए प्रबंधन ने गेट खोल दिया है। साथ ही नदी के तटों पर स्थित इलाकों में रहने वाले लोगों से सचेत रहने की अपील की है।
मिली जानकारी के मुताबिक, 12 सिंतबर की सुबह 10 बजे से पानी की निकासी को 395 क्यूसेक से बढ़ाकर 1096 क्यूसेक कर दिया गया। इसके लिए 9 गेट खोले गए हैं, जिन्हें लगभग 0.78 मीटर की ऊंचाई तक उठाया गया।
अधिकारी अलर्ट
फिलहाल, डैम में करीब 897 क्यूसेक पानी आ रही है। बांध प्रशासन का कहना है कि नर्मदा नदी में छोड़े जा रहे पानी के कारण घाटों और किनारे वाले इलाकों में जलस्तर 5 से 6 फीट तक बढ़ सकता है। इसी वजह से घाटों पर जाने या किनारे पर रुकने से बचने की अपील की गई है। अधिकारी लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। वहीं, जरूरत पड़ने पर पानी की निकासी की मात्रा को घटाया या बढ़ाया जा सकता है।
दूरी बनाने की अपील
बता दें कि बरगी बांध जबलपुर सहित आसपास के जिलों के लिए सिंचाई और पेयजल का बड़ा जरिया है। साथ ही यह नर्मदा नदी की बहती धारा प्रवाह को नियंत्रित करता है। ऐसे में जब बांध भर जाता है तो निचले हिस्सों में पानी का दबाव बढ़ने की आशंका रहती है। इसलिए प्रशासन द्वारा लोगों को अलर्ट रहने और दूरी बनाए रखने की सलाह दी गई है। स्थानीय लोगों के मुताबिक, बांध से पानी छोड़े जाने के बाद नर्मदा के घाटों पर पानी का स्तर तेजी से ऊपर चढ़ने लगा है।
पिछले साल भी बरगी से बड़ी मात्रा में पानी छोड़े जाने पर नदी किनारे कई निचले इलाके जलमग्न हो गए थे। इस बार समय रहते चेतावनी दी गई है, ताकि किसी तरह की दिक्कत न हो। वहीं, पुलिस, प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है।
जबलपुर, संदीप कुमार





