जबलपुर, संदीप कुमार| जबलपुर (Jabalpur) में अब अन्य अपराधों के बाद नकली नोट (Fake Currency) बनाने का कारोबार भी शुरू हो गया है| खास बात यह है कि जबलपुर में नकली नोट बनाने के लिए आरोपी एक खास तरह का केमिकल उपयोग करते थे, ग्वारीघाट पुलिस (Gwarighat Police) ने नकली नोट बनाने वालों को आज गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है|
10, 20, 50 और 100 रु के नकली नोट बनाया करते थे आरोपी
ग्वारीघाट थाना पुलिस ने नर्मदा घाट कालीमठ के पीछे दो युवकों को गिरफ्तार करते हुए उनसे कैमिकल की मदद से बनाए गए 10, 20, 50 और 100 रुपये के नकली नोट पकड़े है। इन जालसाजों ने करीब सवा लाख रुपये के असली नोट के बदले छह लाख के नकली नोट देने का सौदा भी तय कर लिया।
आरोपी पहले भी बरगी में कर चुके है जालसाजी
ग्वारीघाट थाने में दोनों आरोपितों से पूछताछ का सिलसिला काफ़ी देर तक जारी रहा। पुलिस ने नर्मदातट पर दबिश देने के तुरंत बाद दोनों आरोपितों के कब्जे से कैमिकल, सफेद कागज की गड्डियां, कुछ नकली नोट बरामद किए हैं। इन आरोपितों ने पुलिस को बताया है कि नर्मदा किनारे जालसाजी का सौदा करने से पहले वह बरगी थानांतर्गत भी वारदात कर चुके हैं। उनके खिलाफ बरगी थाना में जालसाजी का मामला दर्ज है|
20 फीसदी में नकली नोट दे रहे थे आरोपी-आए पुलिस गिरफ्त में
अधारताल क्षेत्र कंचनपुर की सन सिटी कॉलोनी निवासी मनोहर सिंह पटेल सीओडी में कार्यरत हैं। सीओडी कर्मचारी मनोहर को उनके दोस्त रोहणी जोसफ ने बताया कि गुप्तेश्वर मंदिर के सामने निवासी राजेश शुक्ला व उसका साथी राजेंद्र गुप्ता मिले थे। वह दोनों 10, 20, 50 व 100 के नकली नोट 20 फीसद असली नोट लेकर देना कह रहे थे। सीओडी कर्मी ने दोस्त की बात सुनीं, तो जालसाज युवकों को गिरफ्तार कराने की योजना तैयार की। मनोहर पटेल ने योजना के अनुसार ही नकली नोट लेने की राजेश शुक्ला से चर्चा की। इसके बाद डीलिंग के लिए स्थान तय होते ही ग्वारीघाट पुलिस को सूचना दे दी। नकली नोट छापने वाले राजेश शुक्ला, राजेंद्र गुप्ता तय सौदे के मुताबिक कालीमठ पहुंचे और नकली नोट बनाए। तभी ग्वारीघाट पुलिस ने उन्हें दबोच लिया।