जबलपुर | जबलपुर जिले में शासन ने धान खरीदी तो कर ली और खरीदी के दौरान इस बार रिकॉर्ड तोड़ खरीदी भी हुई। सिर्फ जबलपुर जिले में इस बार तीन लाख दस हजार मेट्रिक टन धान की खरीदी हुई। इतना ही नहीं किसानों ने अपने ही ट्रैक्टर से धान का परिवहन कर वेयरहाउस तक उसे पहुंचाया। पर जब भुगतान की बारी आई तो वह आज तक नहीं हो पाया। हालात यह है कि किसान अपनी मेहनत की कमाई के लिए आज भी तरस रहा है। हालांकि कलेक्टर का आश्वासन है कि पैसा आ रहा है और जल्द ही सभी किसानों को उनका भुगतान कर दिया जाएगा।
पनागर ब्लॉक के किसानों ने आज भुगतान संबंधित समस्या लेकर कलेक्टर छवि भारद्वाज से मुलाकात की। अपनी समस्या बताते हुए किसानों ने कहा कि शासन के निर्देशानुसार उन्होंने धान बेच दी।इतना ही नहीं अपनी ही वाहनों से धान का परिवहन भी किया पर जब भुगतान की बारी आई तो आज तक किसानो को भटकाया जा रहा है। 7 दिनों में भुगतान की बात करते हुए शासन ने फार्म भी भरवाया पर वह पूरी तरह से गलत निकला। ऐसे में अब जबकि गेहूं की बुआई का समय आ गया है और किसानों के पास पैसा नहीं है तो उनके सामने बीज खरीदी की समस्या आ गई है।लिहाजा किसानों ने मांग की है कि उनके धान का भुगतान जल्द कर दिया जाए। किसानों के भुगतान को लेकर कलेक्टर छवि भारद्वाज का कहना है कि उनके भुगतान को लेकर मांग पूरी तरह से जायज है पर जैसे-जैसे पैसा आ रहा है वैसे-वैसे दिया भी जा रहा है।अभी तक धान खरीदी में शासन स्तर से 370 का भुगतान किया जाना है जिसमें अभी तक तकरीबन ढाई सौ करोड़ आ चुके हैं। जबकि बाकी के भुगतान की राशि के लिए शासन को पत्र लिखा गया है जो कि जल्द ही रिलीज हो जाएगा ।1 सप्ताह में पेमेंट को लेकर कलेक्टर ने माना है कि इसमें जरूर कुछ विसंगतियां आई है जिसे जल्द ही पूरा कर किसानों का भुगतान कर दिया जाएगा।
