जबलपुर, संदीप कुमार। शहर में पैसों के लिए रिश्तों को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। एक दादी ने अपने पैसों के लालच में अपने ही नाती का अपहरण कर उसे बेच दिया। मामला जबलपुर के धादरा गांव का है जहां 4 माह के मासूम बच्चे का अपहरण उसकी दादी ने ही कर लिया। पुलिस ने आरोपी दादी सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया है।
बरगी तहसील में आने वाले धादरा गांव से 19 सितंबर को 4 माह के मासूम बच्चे का सोते वक्त घर से अपहरण हो गया था। मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। 4 माह के रिहांश बरकडे का सोते वक्त किसी और ने नहीं, बल्कि बच्चे की चचेरी दादी रामप्यारी ने ही अपहरण कर लिया था। पुलिस की माने तो जांच के दौरान मुखबिर से सूचना मिली थी कि आरोपी चचेरी दादी रामप्यारी ने रिहांश का अपहरण कर उसे महज 10 हजार रुपए में बेच दिया है। इसके बाद आरोपी रामप्यारी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसमें उसना अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस का कहना है कि रामप्यारी ने पूछताछ में बताया कि उसने 10 हजार रुपए में जबलपुर में ही रहने वाले अपने परिचित संजय पांडे को नाती रिहांश को बेचा है।
पुलिस ने बताया कि पूछताछ में मिले सुराग के आधार पर बजरंग नगर में रहने वाले संजय पांडे और उसकी पत्नी शारदा पांडे को छिंदवाड़ा से हिरासत लिया गया। इनसेर पूछताछ की गई तो पहले दोनों पति-पत्नी रिहांश को खरीदने से इंकार करते रहे। लेकिन जब पुलिस ने आरोपी पति-पत्नी का सामना रामप्यारी से कराया तो दोनों ने मासूम बच्चे को खरीदने की बात स्वीकार कर ली। उन्होने बताया कि वे रिहांश को मुम्बई में बेचने वाले थे,और उसके लिए उन्होंने नरसिंहपुर में रहने वाली अपनी एक रिश्तेदार रानू शर्मा के पास बच्चे को रखवा दिया था। इसके बाद जबलपुर पुलिस ने बिना देर किए नरसिंहपुर में रानू शर्मा के घर दबिश देकर मासूम रिहांश को सकुशल बरामद कर रानू शर्मा को भी गिरफ्तार कर लिया है।
जबलपुर पुलिस अब चारों आरोपियो से पता करने में जुटी है कि आखिर मुम्बई में ये किसके संपर्क में थे और बच्चे को किसे बेचने जा रहे थे। साथ ही पुलिस आरोपियों से ये भी पूछताछ कर रही है कि कि क्या इससे पहले भी किसी बच्चे को मुम्बई ले जाकर बेचा गया है।