जबलपुर, संदीप कुमार। मप्र (MP) के कई अधिकारियों ने कोरोना संक्रमण (corona infection) को प्रभावी रुप से नियंत्रित करने के लिए अलग-अलग फरमान जारी किए है। इसी बीच अब जबलपुर (Jabalpur) मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने भी एक आदेश सभी को दिए है। CMHO डॉ रत्नेश कुरारिया की शर्त यह है कि जबलपुर के सरकारी कार्यलय में पदस्थ सभी कर्मचारी एवं अधिकारियों को इस शर्त पर वेतन मिलेगा, जब सभी को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी होंगी।
यह भी पढ़ें…पेयजल की समस्या से ग्रामीण परेशान, विधायक ने दिए हैण्ड पम्प सुधारने के आदेश
गौरतलब है कि कोरोना की दूसरी लहर ने भयावह त्रासदी मचाई है। जिसके चलते हजारों घर वीरान हो गए। इतना ही नहीं वर्तमान में भी कोरोना मरीजों को चिन्हित किया जा रहा है। जिसका आशय है कि अभी कोरोना समाप्त नहीं हुआ है। लिहाजा प्रशासन अपनी स्तर पर जी तोड़ कोशिशों में जुटा है कि किसी भी तरीके से कोरोना वायरस के संक्रमण को नियंत्रित कर, आमजनों की सुरक्षा करना है। ताकि कोरोना की तीसरी लहर निष्प्रभावी सिद्ध हो सके।
इस बीच यह भी देखने मिला है कि अभी तक सभी सरकारी दफ्तरों में पदस्थ अधिकारी और कर्मचारियों का ही 100 प्रतिशत वैक्सीनेशन नहीं हो पाया है। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने यह युक्ती अपनाई है। ताकि 100 प्रतिशत वैक्सीनेश हो सके। तो वहीं इस आदेश के बाद अनेक विभाग में दबे स्वरों में इसका विरोध भी शुरु हो गया है। प्रशासन की यह पहल सराहनीय है, लेकिन अनेक अधिकारी और कर्मचारियों के सिर पर अभी तक वैक्सीनेशन को लेकर खौफ है।