जबलपुर, डेस्क रिपोर्ट। दो दिन बाद भी कांग्रेस विधायक संजय यादव के बेटे की मौत का कारण रहस्य बना हुआ है। उनके 17 साल के बेटे विभु ने गुरुवार को अपने घर में ही खुद ही गोली मार ली थी, पुलिस को घटनास्थल पर विभु का लिखा एक सुसाइड नोट भी मिला था, मौत को गले लगाने से पहले विभु ने यह 4 पन्नो का नोट लिखा था कि मम्मी पापा आप बहुत अच्छे हो, मगर मेरे जीने की चाह खत्म हो गई है, मेरा दोस्त चला गया वो वहां अकेला है। मैं उसके पास जा रहा हूँ, मैं जानता हूँ आपको मेरे जाने के बाद बहुत दुख होगा, मगर हिम्मत रखना। इसके बाद विभु ने अपने चार दोस्तो को भी अलविदा का संदेश मोबाइल पर भेजा और उसके बाद उसने अपने पिता के कमरे में बने चेंजिंग रूम में खुद की कनपटी पर पिता की पिस्तौल से गोली मार ली, विभु की मौके पर ही मौत हो गई थी।
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इस पूरे मामलें में अभी रहस्य बरकरार है। दरअसल विभु ने लिखा है कि मैं अपने दोस्त के पास जा रहा हूँ लेकिन परिजनों की माने तो विभु का ऐसा कोई दोस्त नही था जिसकी हाल ही में या पहले मौत हुई हो, या फिर कोई दोस्त विभु से दूर चला गया हो। साइकोलॉजी के छात्र विभु का यह आखरी खत उसकी मौत को और उलझा गया है। परिजन सदमें में है। कि यह क्या हो गया, इत्तिफाक यह भी रहा कि जिस पिस्तौल से विभु ने अपनी जिंदगी खत्म की, वो पिस्तौल संजय यादव हमेशा अपने पास रखते थे, लेकिन उस दिन वह पिस्तौल भी वह घर भूल गए, और उनकी यही चूक जिंदगी भर का नासूर बन गई। फिलहाल सुसाइड नोट पुलिस ने जब्त कर लिया है, और इस नोट की भी फोरेंसिक जांच की जाएगी। फिलहाल नोट में और क्या लिखा गया है, पुलिस ने इसका खुलासा नहीं किया है।