जबलपुर, संदीप कुमार। जबलपुर (Jabalpur) में चिकित्सा विभाग ने अपनी जिद के आगे पेशे को शर्मशार किया है। जले हुए दर्द से दो लोग तड़पते रहे पर नर्स थी कि अपनी हड़ताल का बहाना बनाकर ईलाज से मनाही कर दी। ये घटना है जबलपुर नेता जी सुभाषचंद्र मेडिकल कॉलेज की, जहांआपसी विवाद में पति-पत्नी ने आग लगा ली। घटना के बाद परिजन दोनों को झुलसी हुई हालत में लेकर सरकारी अस्पताल पहुंचे। वहां से बिना इलाज के ही दोनों को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।
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घंटों तड़पते रहे पति-पत्नी
इधर, मेडीकल कालेज की नर्सें हड़ताल पर थी। और डॉक्टर भी भर्ती करने को तैयार नहीं थे की इनकी देखरेख कौन करेगा। लिहाजा जली हुई हालात में दोनों मेडीकल अस्पताल के सामने घंटे तक तड़पते रहे। मेडिकल कालेज में तैनात गार्ड, डॉक्टर और अन्य कर्मचारी तमाशबीन बनकर तमाशा देखते रहे।
आपसी विवाद में उड़ेला मिट्टी का तेल
पुलिस के मुताबिक विसनपुरा थाना निवास में रहने वाले गणेश रजक और पत्नी साधना रजक का आपसी विवाद में जमकर झगड़ा हो गया। इसी बीच दोनो ने अपने ऊपर केरोसिन का तेल डालकर आग लगा ली। बुरी तरह झुलस हुए दोनो को इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र और उसके बाद मेडिकल कालेज ले गए। पर जबलपुर में नर्सो की हड़ताल ने इलाज को प्रभावित किया हुआ है। विगत पांच दिनों से चल रही नर्स एसोसिएशन की हड़ताल के चलते उन्हें डॉक्टरों ने भर्ती करने से इनकार कर दिया। मजबूरन घन्टो तक जले हुए हाल में दोनो मेडिकल कॉलेज के बाहर पड़े रहे।
पुलिस पहुँची तब मिला इलाज
जली हुई हालात में पति-पत्नी मेडिकल कॉलेज के बाहर घन्टो तक तड़पते रहे। परिजनों का कहना था कि पांच घंटे बीत जाने के बाद भी डॉक्टरों ने उनकी नहीं सुनी और डॉक्टर ने जबरदस्ती कागजों पर हस्ताक्षर करा लिये, सूचना पर घटनास्थल पर पहुंची पुलिस के हस्तक्षेप के बाद घायल पति-पत्नि को मेडिकल में दाखिला किया गया। फ़िलहाल दोनों की हालत अभी नाजुक बनी हुई है।