बारिश से दलदल में तब्दील हुई मटर-मंडी, 100 से ज्यादा वाहन फंसे

बारिश के कारण किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा क्योंकि जिन गाड़ियों में वह माल लेकर आए थे वह मंडी में फैली कीचड़ के कारण वहीं पर फंस गई और उसमें लोड मटर खराब हो गया।

Amit Sengar
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Jabalpur News : मध्य प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर की नई मटर मंडी अब किसानों के लिए मुसीबत का सबब बन चुकी है। बीते दो दिन तक हुई बारिश के चलते नई कृषि मटर मंडी में कीचड़ और दलदल में तब्दील हो गई है जिसके चलते किसान और व्यापारियों के सैकड़ो वहां यहां पर फंस गए हैं और खराब भी हो गए हैं इतना ही नहीं किसानों का मटर जो वाहन में भरा रहा वह सड़ गया।दरअसल जिला प्रशासन ने करीब एक माह पहले औरैया बाईपास पर मटर मंडी बनाई थी। जबलपुर सहित अन्य जिलों से आने वाले किसानों को और व्यापारियों को यहीं से मटर मंडी खरीदी करने के निर्देश दिए थे।

शनिवार और रविवार को जबलपुर में हुई अचानक बारिश के चलते औरैया मटर मंडी दलदल और कीचड़ में बदल गई है जिसके चलते किसान और व्यापारियों के सैकड़ो वाहन फस गए हैं। करीब 50 से अधिक वाहनों की क्लच प्लेट जल गई है जबकि कई वाहनों की इंजन में भी खराबी आ गई है। इतना ही नहीं गाड़ी फंसने के कारण वाहन में लोड मटर भी खराब हो गया है हालांकि बारिश बंद होने के बाद मंडी प्रशासन ने मटर मंडी में डस्ट और मिट्टी डालकर इसमें रोलर चलवाया था लेकिन यह ना काफी साबित हुआ।

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किसान और व्यापारियों ने जिला प्रशासन से की मांग

लिहाजा अब किसान और व्यापारियों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि कृषि उपज मंडी से ही मटर की खरीदी करवाई जाए। शनिवार और रविवार को ही बारिश के कारण किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा क्योंकि जिन गाड़ियों में वह माल लेकर आए थे वह मंडी में फैली कीचड़ के कारण वहीं पर फंस गई और उसमें लोड मटर खराब हो गया।

एक दो दिन के भीतर दुरुस्त हो जाएगी सारी व्यवस्थाएं

इधर उपज मंडी सचिव मनोज चौकीकर का कहना है कि बारिश की वजह से निश्चित रूप से किसान और व्यापारियों को अव्यवस्था हुई है लेकिन अब मंडी में डस्ट, मिट्टी और मुरम डालकर उसमें रोलर चलाया जा रहा है। एक दो दिन के भीतर सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त हो जाएगी।

जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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