जबलपुर, संदीप कुमार। क्या आठ साल की बच्ची किसी अधिकारी को दफ्तर में घुसकर धमका सकती है, ज़ाहिर सी बात है नहीं। लेकिन जबलपुर (Jabalpur) की शहपुरा थाना पुलिस ने 11 आरोपियों के साथ 8 साल की एक बच्ची को भी इसी अपराध में आरोपी बना दिया। मामला स्टेट वेयर हाउसिंग कॉर्पोरेशन के रीज़नल मैनेजर की शिकायत का है जिसे पुलिस ने हूबहू एफआईआर के रुप में दर्ज कर लिया, इसके खिलाफ जबलपुर के वेयर हाउस संचालकों ने कलेक्टर से शिकायत कर निष्पक्ष जांच की मांग की हैं।
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दरअसल बीते दिनों शहपुरा के एक वेयरहाउस से डेढ़ करोड़ रुपयों की धान गायब होने का मामला सामने आया था, वेयर हाउस संचालकों का कहना था कि गोदाम की 2 चाबियां होती हैं जिसमें एक, वेयर हाउस संचालक के पास और दूसरी वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन के ब्रांच मैनेजर के पास होती है। संचालकों का कहना था कि बिना ब्रांच मैनेजर की सहमति के गोदाम से धान नहीं निकाली जा सकती लेकिन धान चोरी के मामले में सिर्फ गोदाम संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी गई और ब्रांच मैनेजर की जांच भी नहीं की गई।
इस पर वेयर हाउस व्यापारी संघ के लोग कॉर्पोरेशन के रीजनल मैनेजर के पास शिकायत लेकर पहुंचे थे लेकिन आरोप है कि बात सुनने की बजाय उन्होने व्यापारियों पर जान से मारने की धमकी देने की एफआईआर दर्ज करवा दी। शहपुरा पुलिस थाने में दर्ज हुई एफआईआर में 11 व्यपारियों के अलावा 8 साल की बच्ची शुभी का भी नाम दर्ज कर लिया गया, ऐसे में वेयर हाउस व्यापारियो ने कार्पोरेशन के रीज़नल मैनेजर पर झूठी शिकायत दर्ज करवाने का आरोप लगाया है। व्यापारियों ने आज जबलपुर कलेक्टर से मिलकर पूरे मामले की शिकायत कर निष्पक्ष जांच की मांग की है। कलेक्टर ने जांच का भरोसा दिलाया है।