जबलपुर, संदीप कुमार। मध्यप्रदेश सरकार तकरीबन 1200 करोड़ रु का विदेशों से कोयला खरीद रही है। ऐसे में अगर बाहर से कोयला खरीदा जाता है तो निश्चित रूप से बिजली के दाम बढ़ेंगे। जिसका भार सीधे जनता पर पड़ेगा। विदेशो से कोयला आने के बाद बिजली महंगी होगी। यह प्रदेश के ऊर्जा सचिव ने भी स्वीकार कर लिया है। ऊर्जा मंत्री के अनुसार सड़क मार्ग से और विदेशों से कोयला मंगवाया जा रहा है।
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वही प्रदेश सरकार के द्वारा विदेश से कोयला मंगवाने पर कांग्रेस ने चुनावी मोड़ इसे दे दिया है। मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रदुमन सिंह तोमर बताया कि मध्य प्रदेश के पास इस समय में पर्याप्त कोयला है। जोकि तकरीबन ढाई से तीन लाख मैट्रिक टन तक होगा स्टॉक में। स्टॉक बढ़ाने हेतु आवश्यकतानुसार कोयला लेने के लिए केंद्र से सिफारिश कर दी है। इसके अलावा विदेशो से भी कोयला मंगवाया जा रहा है।
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विदेशो से कोयला आएगा तो बिजली के दाम भी बढ़ेंगे। जिसके संकेत ऊर्जा सचिव संजय दुबे ने भी दिए है। ऊर्जा सचिव का कहना है की बाजार में 12 से 13 रु यूनिट के हिसाब से बिजली उपलब्ध है और जब विदेशो से कोयला आएगा तो 24 से 30 पैसे प्रति यूनिट शायद फर्क पड़ेगा। वह निर्भर भी करेगा कि उस समय कोयले की कीमत क्या है। ऊर्जा सचिव संजय दुबे का कहना है कि अगर 25 से 30 पैसे प्रति यूनिट ज्यादा जनता देगी तो बिजली की सुनिश्चिता रहेगी। ये निर्णय जनता को करना है।
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हम नही चाहते है कि बिजली कटौती हो। हम चाहते है कि हमारे नागरिकों को पूरे समय बिजली मिल सके इसलिए समय समय पर निर्णय लेने होंगे। कोयले की कमी के चलते सरकार विदेश से कोयला खरीद रही है तो कांग्रेस इसे भाजपा की 2023 में होने वाले चुनाव की तैयारी बता रही है।