देश में बढ़ रहे कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते रेलवे ने 22 मार्च से आगामी समय तक के लिए देश भर में ट्रेनों के पहिए रोक दिए हैं। बात करें अगर जबलपुर की तो यहाँ से 22 से 31 मार्च के दौरान रवाना होने वाली तकरीबन सवा सौ से ज्यादा यात्री ट्रेनों को रद्द किया गया है।इन ट्रेनों में तकरीबन 50,000 से ज्यादा यात्री सफर करने वाले थे अब रेलवे इन यात्रियों की रिजर्वेशन टिकट रद्द कर इन्हें रिफंड लौटाने की प्रक्रिया शुरू कर रहा है।
जबलपुर से हर दिन 14 यात्री ट्रेन होती है प्रारंभ
सिर्फ जबलपुर रेलवे स्टेशन से रोज़ाना 14 ट्रेनें जाती हैं इसके अलावा सप्ताह में एक,दो या तीन दिन चलने वाली तकरीबन 9 ट्रेनें हैं इतना ही नहीं जबलपुर से गुजरने वाली औसतन 50 से 55 ट्रेनें हैं।जबलपुर के हर दिन एक ट्रेन में तकरीबन सौ से डेढ़ सौ यात्री बैठते हैं वही सप्ताह में चलने वाली ट्रेनों में सवार होने वालों की भी 100 से डेढ़ सौ की संख्या रहती है। एक अनुमान के मुताबिक 22 मांर्च से 31 मार्च के दौरान 85 से 90 हजार से ज्यादा यात्रियों ने जबलपुर से ट्रेन में रिजर्वेशन कराया,इन्हें अब रेलवे 4 करोड़ रु से ज्यादा रिफंड करेगा।
रेलवे ने सभी मंडल और जॉन को निर्देश दिए हैं कि 22 मार्च से 14 अप्रैल के बीच ट्रेन में रिजर्वेशन कराने वाले यात्रियों को टिकट का 100 फ़ीसदी रिफंड देना होगा। यात्री 30 जून तक अपना अधिवेशन रद्द कराकर रिफंड ले सकते हैं। रेलवे ने यात्रियों से कहा है कि वे रिफंड के लिए परेशान ना हो उनका पैसा सुरक्षित है।