जबलपुर, संदीप कुमार। जबलपुर (Jabalpur) में उड़ीसा (Orissa) से छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के रास्ते से शहर में गांजा (Cannabis) की आने वाली खेप को बरेला पुलिस ने देर रात 3 तस्करों के साथ पकड़ा है। तस्करों ने बोलेरो वाहन की छत पर गोपनीय तौर से एक रैक बनाकर रखा हुआ था। जिसमें वाहन के रैक में एक-एक किलो के गांजे के पैकेट बनाकर रखे हुए थे। वाहन से पकड़ा गया गांजा का वजन 71 किलो 500 ग्राम है। जिसकी कीमत करीब 14 लाख रुपए बताई जा रही है। पुलिस आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर गांजा के संबंध में विस्तृत पूछताछ कर रही है।
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बरेला टीआई सुशील चौहान ने बताया कि क्षेत्र से गुजर रही बोलरो को रोककर वाहन को चैक किया गया जा रहा था। वहीं वाहन में बैठे लोग पुलिस की जांच से भयभीत हो रहे थे। संदेह होने पर पूछताछ की गई तो उन्होने निजी कार्य से जबलपुर जाने की बात बताई। बोलेरो को 2 से 3 बार सर्च किया तो देखा कि छत की ओर अलग से कुछ हिस्सा जोड़ा गया है। तलाशी लेने में रैक के अंदर से गांजा के कई पैकेट मिले। पुलिस पूछताछ में तस्करों ने अपना नाम खिलावन सिंह निवासी कटंगी, गुड्डा विश्वकर्मा निवासी मझौली एवं दिनेश लौधी बाकल जिला कटनी बताया।
8 साल से कर रहे तस्करी
पुलिस पूछताछ में यह बात सामने आई है कि पकड़े गए तस्करों का सरगना खिलावन सिंह है। खिलावन सिंह बीते 8 साल से गांजा की सप्लाई कर रहा है। लेकिन कभी पकड़ा नहीं गया। तस्कर उड़ीसा से छतरपुर के रास्ते होते हुए जबलपुर एवं कटनी में गांजा की सप्लाई करते थे। खिलवान सिंह को एक बार छत्तीसगढ़ पुलिस ने गांजा तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया था।
4 लाख रूपए एक चक्कर की कमाई
बताया जाता है कि खिलावन की गांजा तस्करी गैंग एक चक्कर में करींब 3 से 4 लाख रूपए की कमाई करती थी। गांजा गैंग सप्ताह में एक चक्कर उड़ीसा से सूखा गांजा लेकर आती थी। गांजा तस्करी में पकड़े गए आरोपियों से उड़ीसा का पता ठिकाना भी पूछा जा रहा है। इस मामले में कई बड़े खुलासे होने की आशंका बताई जा रही है।